कांकेर में अधिकारियों की मौजूदगी में धान की कटाई, जानिए क्यों

कांकेर: जिला मुख्यालय से सटे एक गांव में पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में धान की फसल काटी (Paddy harvesting in presence of Police Administration ) गई. कटाई के दौरान पुलिस और प्रशासनिक अमले के अधिकारी खेत के पास ही मौजूद रहे. खेत की मालकिन सुखबती बाई के आवेदन के बाद प्रशासनिक अमले की मौजूदगी में धान काटा गया. जिले में पहली बार ऐसा मामला सामने आया है.

धान की कटाई में अड़ंगा बना पारिवारिक विवाद

मामला कांकेर जिला मुख्यालय से 6 किलोमीटर दूर मालगांव का है. जहां रहने वाली सुखबती सिन्हा ने कांकेर कलेक्टर को आवेदन (Application to kanker collector for harvesting paddy )देकर गुहार लगाई थी कि उनके 1 एकड़ में लगी फसल की कटाई अब तक नहीं हो पाई है. घरेलू विवाद के चलते परिवार के दूसरे लोग धान की फसल काटने नहीं दे रहे हैं. पीड़िता के बेटे ने बताया कि ‘जिस खेत में खड़ी फसल है. उसका परिवार के साथ आपसी बंटवारा बहुत पहले हो चुका है. उसके बाद पटवारी ने भी नाप कर बंटवारा किया था. लेकिन जब उन्होंने अपनी फसल काटने की कोशिश की तो उनके चाचा ने मारपीट शुरू कर दी. इसी वजह से उन्होंने कलेक्टर को आवेदन दिया था’.

पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में धान कटाई

पीड़ित महिला की गुहार के बाद कांकेर कलेक्टर चंदन कुमार ने संज्ञान लिया. पुलिस और प्रशासनिक अमला दलबल के साथ खेत पहुंचा और खेत में खड़ी धान की फसल हारवेस्ट से काटा गया (Kanker Paddy harvesting in presence of Police Administration ). तहसीलदार आंनद नेताम ने बताया कि महिला किसान और उनके देवर के बीच जमीन का बंटवारा हो चुका था. लेकिन जमीन के कब्जे का विवाद खत्म नहीं हुआ. इसी दौरान महिला किसान सुखबती बाई ने खेती कर फसल उपजाया. लेकिन उनके देवर ने खड़ी फसल काटने नहीं दिया. जिसके बाद पीड़िता ने कांकेर कलेक्टर को आवेदन दिया था. जिस पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर के आदेश के बाद तहसीलदार, नायब तहसीलदार की मौजूदगी में धान की कटाई की गई.