Ratan Tata biography: अगर आप उद्योगपति रतन टाटा की जिंदगी के बारे में जानना चाहते हैं तो यह ख्वाहिश बहुत जल्द पूरी होने वाली है. पब्लिशिंग हाउस Harper Collins ने कहा कि वह रतन टाटा की बायोग्राफी को छापेगा. यह किताब बाजार में नवंबर के महीने तक आएगी. रिटायर्ड ब्यूरोक्रैट थॉमस मैथ्यू इस किताब को लिखने जा रहे हैं. इस किताब में टाटा की निजी जिंदगी, सीक्रेट्स, करियर, टाटा ग्रुप के साथ शुरुआती दिनों की पूरी कहानी शामिल की जाएगी.
जैसा कि हम जानते हैं रतन टाटा ने शुरुआती पढ़ाई अमेरिका में की है. वे बहुत शुरू में ही कंपनी के साथ जुड़ गए थे. हार्पर कॉलिन ने टाटा की बायोग्राफी के लिए ग्लोबल राइट्स खरीदे हैं. यह डील उसने Labyrinth Literary Agency के साथ की है. इस किताब को पूरी रिसर्च के साथ लिखी जा रही है. रतन टाटा 84 साल के हो चुके हैं. शुरुआती समय में जो लोग उनके साथ पढ़ाई कर रहे थे या फिर जो लोग टाटा ग्रुप के ज्वॉइन करने पर उनके बहुत क्लोज थे. कुछ दोस्त जो उनकी निजी जिंदगी के बारे में जानते हैं, उनलोगों से गंभीर चर्चा के बाद यह किताब लिखी जा रही है.
कई महत्वपूर्ण लोगों से बातचीत की गई है
पब्लिशर के मुताबिक, थॉमस मैथ्यू ने किताब लिखने से पहले अमेरिकी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट हेनरी किसिंगर, मुंबई स्थित GT अस्पताल के जेनिटर करुणा समेत दर्जनों लोगों के साथ बातचीत की गई है. प्रेस स्टेटमेंट में कहा गया कि रतन टाटा की जीवनी को लेकर यह एकमात्र आधिकारिक किताब है. इस किताब में टाटा से जुड़ी कई दिलचस्प किस्सों के बारे में बताया जाएगा. इसके अलावा इंडियन कंटेंपरेरी बिजनेस में उनका क्या योगदान रहा है, इसके बारे में विस्तार से बताया जाएगा.
टाटा ट्रस्ट के पास है बहुत महत्वपूर्ण जानकारी
लेखनी के दौरान मैथ्यू को टाटा ग्रुप के रिकॉर्ड्स की जानकारी होगी. टाटा ट्रस्ट जिसके पास टाटा संस में सबसे बड़ी हिस्सेदारी है, उसके पास टाटा की जिंदगी से जुड़े कई अहम दस्तावेज और जानकारियां हैं. इन जानकारियों को भी किताब में शामिल किया जाएगा. इसके अलावा मैथ्यू ने खुद रतन टाटा से भी घंटों बातचीत की है.
कई भाषाओं में पब्लिश की जाएगी
इस किताब को भारत में अंग्रेजी और अन्य भाषाओं में पब्लिश किया जाएगा. विलियम कॉलिन इस किताब को यूके में छापेगी. हार्पर कॉलिन अमेरिका में भी इस किताब की छपाई करेगी. मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, हार्पर कॉलिन ने ग्लोबल प्रिंट राइट्स, ऑडियोबुक, ई-बुक का राइट 2 करोड़ रुपए में खरीदा है.
1991 में बने टाटा संस के चेयरमैन
रतन टाटा का जन्म 1937 में हुआ है. उनकी शुरुआती पढ़ाई अमेरिका में हुई है. 1961 में उन्होंने टाटा ग्रुप को ज्वॉइन किया. 1991 में वे JRD टाटा से जिम्मेदारी लेकर टाटा संस के चेयरमैन बने. उनके नेतृत्व में कंपनी ने कई बड़ी कंपनियों का अधिग्रहण किया. इसमें ट्रक बनाने वाली कोरियन कंपनी Daewoo, लंदन की कंपनी Tetley Tea, Jaguar Land Rover, स्टील किंग Corus Group का अधिग्रहण किया.
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