बुल्ली बाई का मास्टरमाइंड सनी लियोनी की करता था पैरवी:निशाने पर थीं महिला पत्रकार-एक्टिविस्ट,ट्विटर पर सरकार और पुलिस का उड़ाता था मजाक

दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम की गिरफ्त में आए बुल्ली बाई ऐप बनाने वाले नीरज बिश्नोई ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। नीरज के रडार पर मुस्लिम कम्युनिटी के साथ-साथ ऐसी महिला पत्रकार और एक्टिविस्ट थीं, जो उसकी सोच में एक तरफा स्टैंड रखती थी। वो इन महिलाओं से नफरत करता था। बुल्ली बाई ऐप को वो इनके स्टैंड और इस विचारधारा की काट बताता था। इतना ही नहीं वो पोर्न इंडस्ट्री से बॉलीवुड में आई एक्ट्रेस सनी लियोनी की पैरवी करता था। सनी लियोनी के पोर्न इंडस्ट्री में काम करने के लिए उसे मिली परवरिश को दोष देता था।

नीरज के ट्वीट में महिला पत्रकारों से नफरत झलकती थी।

अपने एक ट्वीट में नीरज ने ये दावा किया था कि सुल्ली डील्स ऐप को बनाने वाला आज भी खुले आम घूम रहा है। उसने अपनी ऐप पर न जाने कितनी ही महिलाओं को टारगेट किया था, लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब इसी सुल्ली डील्स ऐप का क्लोन बुल्ली बाई तैयार किया। इसमें सुल्ली ऐप से बाकायदा कोड और ग्राफिक्स से लेकर सब कुछ कॉपी किया गया। ये आज भी शर्म की बात है कि सुल्ली डील्स बनाने वाला आजाद घूम रहा है। यहां कुछ निर्दोष पकडे़े गए।

सुल्ली डील्स का क्लोन बनाने का दावा करता ट्वीट।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बुल्ली बाई ऐप बनाने वाले और ट्विटर पर इसका अकाउंट चलाने वाले मास्टर माइंड नीरज बिश्नोई को दो दिन पहले गिरफ्तार कर लिया था। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने दवा किया है कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।

सरकार और पुलिस का मजाक उड़ाता ट्वीट।

पुलिस और सरकार का मजाक उड़ाया

अपने एक और ट्वीट में नीरज ने पुलिस और सरकार का मजाक उड़ाते हुए लिखा कि ये मेरा आईपी एड्रेस ट्रेस करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर कामयाब हो जाते तो पता चलता में कौन हूं ? इन्होंने गिटहब पर इसकी ऑफिशियल रिक्वेस्ट भेजी है, जो गिटहब ने मुझे भी भेजी है। मैंने कोई जवाब नहीं दिया है।

इन ट्वीट को ट्रैक कर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नीरज को असम के जोरहाट से गिरफ्तार किया था। गुरुवार को आरोपी को दिल्ली कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। कोर्ट ने पुलिस को इस मामले में नीरज के ठिकानों की तलाशी लेने की परमिशन भी दी है।

पिता बोले-अनजान नंबरों से आते थे फोन

राजस्थान में नागौर के रोटू गांव का रहने वाला नीरज जन्म के बाद से ही अपने परिवार के साथ असम के जोरहाट में रह रहा था। अभी हाल में नवंबर महीने में अपने परिवार में किसी शादी कार्यक्रम में शामिल होने राजस्थान आया था। नीरज के पिता दशरथ बिश्नोई असम में दुकान चलाते हैं। वह दो बहन के बाद सबसे छोटा है। पिता ने बताया था कि उसके पास दिनभर अनजान नंबरों से फोन आया करते थे। पूरे दिन वह कंप्यूटर में घुसा रहता था और देर रात तक काम करता था।