मृतक की जमीन को जीजा-साले ने फर्जी तरीके से अपने नाम कराकर बेच दी, कुल 10 आरोपित थे शामिल

रायपुर 07 जनवरी (वेदांत समाचार) । मृतक की जमीन का फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार कर दूसरे को बेचने के आरोप में पुलिस ने 10 आरोपितों को गिरफ्तार किया। जमीन का असली मालिक झारखंड के देवघर के काशी प्रसाद चौधरी की थी। काशी प्रसाद की पत्नी निर्मला की शिकायत के बाद तेलीबांधा पुलिस ने आरोपितों को पकड़ा है। गिरफ्तार आरोपित राजेंद्र कुमार अग्रवाल मूलतः देवघर झारखंड का निवासी है, जो भूमि के असली स्वामी मृतक काशी प्रसाद चौधरी का है पड़ोसी है। राजेंद्र अग्रवाल ने मृतक काशी प्रसाद चौधरी का कोई वारिश नहीं होने की जानकारी अवधेश गुप्ता को दी थी।

रिश्ते में जीजा-साला राजेंद्र अग्रवाल और अवधेश गुप्ता ने षड़यंत्र करते हुए रायपुर के शिवदास मानिकपुरी, शिवदास गुप्ता, गणेश अग्रवाल, अवधेश गुप्ता, उमेश कुमार यादव, जितेंद्र यादव उर्फ जीतू, अभिषेक कुमार सोनी, गिरीश कुमार वर्मा, योगेश यादव हैं। पुलिस ने आरोपितों के पास से 9 लाख 99 हजार रुपये एवं कूटरचित दस्तावेज जब्त किया है। तेलीबांधा पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में अपराध दर्ज किया।

नामांतरण के दौरान धोखाधड़ी का मृतक को पता चला

निर्मला देवी चौधरी ने तेलीबांधा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि वह जैन मंदिर रोड कास्टर टाउन, देवघर झारखंड की निवासी है। पति काशी प्रसाद चौधरी के नाम से लाभांडी तेलीबांधा में तीन कृषि भूमि कुल रकबा 0.097 हेक्टेयर है। शासकीय अभिलेख में पति काशी प्रसाद के नाम से भूस्वामी दर्ज है। निर्मला ने कहा पति की 19 अप्रैल 2021 को मृत्यु हो गई। निर्मला ने स्वयं तथा अपने दो पुत्र राजेश कुमार व संजय चौधरी के नाम पर उनके वैध उत्तराधिकारी की हैसियत से रायपुर अतिरिक्त तहसीलदार के यहां नामांतरण के लिए 4 दिसंबर 2021 को आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन प्रस्तुत किया है। इसी दौरान पता चला कि 10440 वर्गफीट भूमि को बेईमानी से बिक्री करके भूमि पर अनिता दीक्षित पति संजय दीक्षित निवासी सी /38 गायत्री नगर रायपुर का नाम दर्ज है।

फरार अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी में जुटी पुलिस

पुलिस फर्जी तरीके से जमीन बेंचने के अन्य आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए शेष आरोपियों की पतासाजी की जाकर उनकी गिरफ्तारी के हर संभव प्रयास किए जा रहे है।

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