भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (BALCO) ने सबसे पहले बालको अस्पताल में किशोरों के लिए टीकाकरण किया प्रारंभ

० किशोरों के कोविड टीकाकरण अभियान में बालको ने मारी बाजी, अब तक लगभग 250 किशोरों का किया जा चुका टीकाकरण।

कोरबा,7 जनवरी (वेदांत समाचार)। बालको प्रबंधन ने कोविड के शुरूआती दौर से ही बड़े पैमाने पर अभियान संचालित किए हैं। जिला प्रशासन को बालको ने विभिन्न दवाइयां और स्वास्थ्य उपकरण मुहैया कराए। ध्वनि विस्तारक यंत्रों के जरिए प्रतिदिन बालको टाउनशिप के नागरिकों को दिशानिर्देशोें के पालन के प्रति प्रोत्साहित किया जा रहा है। बालको संयंत्र और टाउनशिप के विभिन्न स्थानों पर सैनिटाइजेशन किया जा रहा है।

कोविड-19 के मामले एक बार फिर देश में तेजी से बढ़ रहे हैं। नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के अनेक मामले विभिन्न राज्यों में दर्ज किए जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों में रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है। शैक्षणिक संस्थान, मॉल, सिनेमाघर, जिम आदि बंद कर दिए गए हैं। सार्वजनिक सभाओं पर रोक लगा दी गई है। मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। मास्क न पहनने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध जिला प्रशासन ने दंडात्मक कार्रवाई का आदेश जारी किया है।

इन सब के बीच भारत सरकार ने 3 जनवरी, 2022 से 15 से 18 वर्ष के किशोरों के लिए कोविड टीकाकरण चालू कर दिया है। बड़ी संख्या में बच्चों का टीकाकरण विभिन्न स्थानों पर सुनिश्चित किया गया है। सरकार की इस पहल में कंधे से कंधा मिलाकर योगदान करते हुए कोरबा जिले मंे भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने सबसे पहले बालको अस्पताल में किशोरों के लिए टीकाकरण प्रारंभ किया। चार दिनों में अब तक लगभग 250 किशोरों का टीकाकरण किया जा चुका है। बच्चों को टीकाकरण के प्रमाणपत्र भी दिए जा रहे हैं।

देश में 100 करोड़ से अधिक किए जा चुके टीकाकरण का परिणाम है कि कोविड की नई लहर से मुकाबले के लिए नागरिकों में रोग प्रतिरोधक शक्ति विकसित हो गई है। ऐसा कहा जा रहा है कि जो लोग टीके के दोनों खुराक ले चुके हैं उनके लिए खतरा बहुत हद तक नियंत्रित हो गया है। ऐसे लोगों की रिकवरी दर भी काफी अधिक है। ऐसे में कहा जा सकता है कि किशोरों के लिए टीकाकरण का फैसला सरकार का प्रशंसनीय कदम है। हालांकि देश के विभिन्न इलाकों में स्कूलों के खुलने के बाद कोविड संक्रमण के मामले बच्चों में तेजी से दर्ज किए गए। उम्मीद की जा रही है टीकाकरण के बाद बच्चों और उनके परिवारजनों की कोरोना से सुरक्षा अधिक प्रभावशाली ढंग से सुनिश्चित होगी।

बालको अस्पताल में हेल्प डेस्क बनाए गए हैं जो निरंतर प्रचालन में है। सभी प्रकार के व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) से सुसज्जित एंबुलेंस की तैनाती की गई है ताकि आवश्यकता पड़ने पर संदिग्ध मरीजों को पूरी सुरक्षा के साथ आवागमन सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। बालको के चिकित्सकों, चिकित्साकर्मियों तथा बालको में कार्यरत कर्मचारियों को पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर, मास्क तथा अन्य व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराए गए हैं। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले पेय पदार्थ कर्मचारियों एवं उनके परिवारजनों के लिए उपलब्ध कराए गए हैैं। बालकोनगर के नागरिकों से यह अनुरोध किया जा रहा है कि वे सामूहिक आयोजनों में जाने से बचें। यदि आवश्यक न हो तो बस, ट्रेन या हवाई यात्रा न करें। अफवाहों पर विश्वास न करें और किसी भी तरह की शंका होने पर चिकित्सक की मदद लें।

सोशल डिस्टेंसिंग और संयंत्र में कर्मचारियों के सामूहिक प्रवेश को रोकने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। आवश्यकतानुसार कर्मचारियांे के लिए शिफ्ट तैयार किए गए हैं। बायोमेट्रिक प्रवेश निलंबित है। संयंत्र परिसर में आने वाले कर्मचारियों की थर्मल जांच की जा रही है। प्रवेश द्वार पर प्रत्येक व्यक्ति के लिए हैंड सैनिटाइज़र की व्यवस्था की गई है। विज़िटर रूम और विज़िटर पोर्टल ब्लॉक कर दिए गए हैं ताकि संयंत्र में कोई भी बाहरी व्यक्ति प्रवेश न कर सके।


जो कर्मचारी छुट्टी पर हैं अथवा अनुपस्थित है, ऐसे सभी कर्मचारियों को वापस आने पर मेडिकल स्क्रिनिंग से गुजारा जा रहा है। पूरी तरह फिट पाए जाने पर ही उन्हें काम करने की अनुमति दी जा रही है। कर्मचारियों के परिवारजनों के लिए भी यही प्रक्रिया अपनाई जा रही है। कैंटीन, हॉस्टल परिसर, पार्किंग परिसरों में समूह के एकत्रित होने को हतोत्साहित किया जा रहा है। सभी विभागों में हैंड सैनिटाइजर और मास्क उपलब्ध कराए गए हैं।

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