बिहार के औरंगाबाद जिले में नक्सलियों और सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के जवानों के बीच मुठभेड़ हुई है. यहां मदनपुर थाना इलाके में बुधवार की देर रात पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. इसमें एक नक्सली के मारे जाने की भी सूचना है. सुरक्षाबलों और पुलिस के बीच गुरुवार को भी मुठभेड़ जारी है. गुरुवार को दो घंटे से ज्यादा तक चली मुठभेड़ में नक्सलियों ने दो आईडी बम ब्लास्ट किया है जिसमें कोबरा बटालियन के जवान बाल- बाल बचे हैं. नक्सलियों ने ये ब्लास्ट सर्च अभियान के दौरान किया है. .
नक्सली पुलिस मुठभेड़ के बाद पूरे जंगल में मदनपुर थाना पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन अतिरिक्त भारी पुलिस बल को सर्च ऑपरेशन में लगाया गया है. हालांकि कई नक्सलियों के मारे जाने के लिए सूचना बताई जा रही है. लेकिन अभी तक इसकी पष्टि नहीं हो पाई है. वहीं जंगल में सीरियल आईईडी ब्लास्ट की पुष्टि एएसपी अभियान मुकेश कुमार ने की है
भाकपा माओवादी के हथियार बंद दस्ते की थी बैठक
बताया जा रहा है कि यहां प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के हथियार बंद दस्ते और कोबरा के जवानों के बीच भीषण मुठभेड़ हुआ है. यह मुठभेड़ औरंगाबाद -गया जिले के सीमावर्ती पचरुखिया के जंगल में हुई है. यहां भाकपा माओवादी के हथियार बंद दस्ते की बैठक होने की सुचना पर कोबरा 205 के अधिकारियों के निर्देश पर जंगली इलाको में सर्च अभियान चलाया जा रहा था. इसके बाद सर्च ऑपरेशन के दौरान प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के हथियार बंद दस्ते ने कोबरा जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद जवाबी कार्यवाई करते हुए कोबरा के जवानो ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया है. दोनों ओर से तक़रीबन 100 राउंड गोलियां चलने का अनुमान है.
सर्च ऑपरेशन जारी है
इस भीषण मुठभेड़ के बाद नक्सलियों के मंसूबे नाकामयाब हो गए हैं. और वो भीषण जंगल होने का फायदा उठाते हुए भागने में कामयाब हुए हैं. इसके साथ ही उन्होंनें यहां अर्धसैनिक बलों को रोकने के लिए आईडी ब्लास्ट भी किया है. वहीं नक्सलियों भागने के बाद पुरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इसके लिए आसपास के सभी थानों और अर्धसैनिक बलों के कैम्प को अलर्ट कर दिया गया है. बता दें कि पचरुखिया गया -औरंगाबाद के जंगली इलाको के बीचो बिच है और नक्सलियों के लिए इसे सेफ जोन कहा जाता है
नक्सलियों के शीर्ष कमांडर के होने की जानकरी
यहां कड़कड़ाती ठंढ में भी कोबरा के 205 जवान जंगलो में नक्सलियों के मनसूबे ध्वस्त करने के लिए तैनात हैं. जबकि कोबरा जवानों को मदद के लिए सीआरपीएफ , एसटीएफ ,सहित गय -औरंगाबाद के पुलिस को जगह जगह तैनात किया गया है. बताया जा रहा है कि् नए साल पर नक्सली गतिविधि बढ़ाने और किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में नक्सली यहां बैठक करने वाले थे. जिससे आसपास में काफी संख्या में शीर्ष नक्सलियों के होने की बात भी कहीं जा रही है.
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