Fact Check Story: मुंबई स्थित वीर माता जीजाबाई भोंसले उद्यान का नाम बदले जाने का दावा गलत

नई दिल्ली । सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर के हवाले से दावा किया जा रहा है कि मुंबई स्थित वीर माता जीजाबाई भोंसले उद्यान का नाम बदलकर हाजी पीर बाबा रानी बाग कर दिया गया है। इस दावे के साथ साइनबोर्ड की एक तस्वीर भी वायरल हो रही है, जिस पर हजरत हाजी पीर बाबा रानी बाग लिखा हुआ नजर आ रहा है।

जांच में यह दावा गलत निकला। मुंबई के वीर माता जीजाबाई भोंसले उद्यान के नाम में कोई बदलाव नहीं हुआ और वायरल हो रही तस्वीर वास्तव में इस उद्यान परिसर के भीतर स्थित हजरत हाजी पीर बाबा रानी बाग के लोकेशन को दर्शा रहा साइनबोर्ड है, जिसे सोशल मीडिया यूजर्स गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

किसी भी उद्यान या अभयारण्य का नाम बदला जाना अपने आप में एक बड़ी खबर होती है, लेकिन सर्च में हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें वीर माता जीजाबाई भोंसले उद्यान का नाम बदले जाने का जिक्र हो। maharashtratourism.gov.in की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, इस उद्यान का नाम वीर माता जीजाबाई भोंसले उद्यान ही है और इसे भायकला जू के नाम से भी जाना जाता है।

वेबसाइट पर हमें इस उद्यान के मुख्य द्वार की तस्वीरें भी लगी मिलीं, जिसमें साफ-साफ ”वीर माता जिजाबाई भोंसले उद्यान व प्राणिसंग्रहालय” लिखा हुआ है।

यू-ट्यूब सर्च में हमें एक वीडियो मिला, जिसमें रानीबाग स्थित इस जू के बारे में जानकारी दी गई है। 20 मिनट 21 सेकेंड के इस वीडियो में 1.06 मिनट के फ्रेम में इस उद्यान के भीतर मौजूद साइनबोर्ड पर ‘वीरमाता जिजाबाई भोंसले उद्यान व प्राणिसंग्रहालय’ लिखा हुआ है।

हमारी अब तक की पड़ताल से साफ है कि मुंबई के भायकला स्थित वीरमाता जीजाबाई भोंसले उद्यान का नाम नहीं बदला गया है। वायरल हो रही तस्वीर को लेकर इस जू के डायरेक्टर डॉ. संजय त्रिपाठी से संपर्क किया। नाम बदले जाने के दावे को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, ‘इस उद्यान का नाम वीरमाता जीजाबाई भोंसले उद्यान ही है। तस्वीर में हजरत हाजी पीर बाबा रानीबाग के नाम से जो साइनबोर्ड नजर आ रहा है, वह वास्तव में इस उद्यान के भीतर मौजूद पुराने व ऐतिहासिक हजरत हाजी पीर दरगाह का है और वायरल तस्वीर उसी दरगाह के लोकेशन को बता रहा साइनबोर्ड है।’

विश्वास न्यूज की जांच से यह स्पष्ट है कि मुंबई स्थित वीर माता जीजाबाई भोंसले उद्यान का नाम बदलकर उसे हजरत हाजी पीर बाबा रानी बाग किए जाने का दावा गलत है। वायरल हो रही तस्वीर इस उद्यान के भीतर मौजूद हाजी पीर बाबा रानी बाग दरगाह का साइनबोर्ड है, जिसे गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।