18 साल बाद बिलासपुर निगम कराएगा सर्वे, घरों व दुकानों में ठोकें जाएंगे बिल्ले

बिलासपुर 03 जनवरी (वेदांत समाचार)। नगर निगम की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और खाली खजाने को भरने के लिए निगम 18 साल बाद फिर एक नया प्रयास करने जा रहा है। निगम के हर घर में टीम दस्तक देकर सर्वे करेगी। साथ ही मकान को कोडिंग करने एक सीरीज नंबर का बिल्ला भी ठोकेगी। इस बिल्ला से ही मकान और मालिक की पहचान होगी। ये सब कवायद निगम इसलिए कर रहा, ताकि उसे टैक्स के रूप में ज्यादा से ज्यादा पैसे मिल सके।

नगर निगम जल्द ही हाउस टैक्स के दायरे से छूटे घरों और प्रापर्टी के असेसमेंट को लेकर सर्वे शुरू कराएंगी। इसके लिए अधिकारियों के बीच चर्चा हो रही है। ऐसे में इस काम के लिए कोई प्राइवेट कंपनी के बजाए निगम खुद अपने कर्मचारियों से ये काम कराने की बात कह रही है। ताकि निगम के पास पूरे क्षेत्र का सही-सही बेवरा मिल सके।

वर्तमान में नगर निगम ने प्राइवेट कंपनी को इसका जिम्मा दिया हैं। वहीं इसमें भी घालमेल की आशंका हो रही है। दरअसल कंपनी के कर्मचारी सर्वे के दौरान लोगों से पैसा लेकर हाउस टैक्स को कम कर रहे हैं। साथ ही जो लोग नहीं दे रहे हैं उनका हाउस टैक्स बढ़ा दे रहे हैं। अफसरों के पास इसकी लगातार शिकायतें पहुंच रही हैं।

2004 में हुआ था सर्वे बेटे थे बिल्ले

महापौर रामशरण यादव ने बताया कि एक बार फिर निगम क्षेत्र के घरों-घर का सर्वे कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले 1998 में सर्वे का काम कराया गया था तब वे पार्षद हुआ करते थे। उसके बाद 2004 में भी सर्वे हुआ था। उनका कहना है कि निगम के पास 20 से 22 साल पुरान रिकार्ड ही हैं।

तब से अब तक चार गुना मकान दुकान बढ़ गए हैं। ऐसे में पुराने रिकार्ड अनुसार ही टैक्स वसूला जा रहा है। जिसके कारण नगर निगम को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। एक बार फिर निगम क्षेत्र में सर्वे कराया जाएगा जिसके बाद बिल्ला भी लगाया जाएगा। इसके लिए निगम आयुक्त से चर्चा की गई है। एमआइसी में इसे रखने के साथ ही सर्वे का काम शुरू कराया जाएगा।

घरों व दुकानों में लगेगा अलग-अलग टैक्स

18 साल पहले नगर निगम के सर्वे के बाद अब कई लोगों ने घरों में दुकान और कमर्शियल एक्टिविटी शुरू कर दी है। इसलिए सर्वे में ऐसे लोगों का हाउस टैक्स के साथ ही कमर्शियल टैक्स भी जोड़ा जाएगा। ऐसे में अभी 92 हजार मकान और 16 हजार दुकानें हैं जबकि इन 18 सालों में पहले के मुकाबले अब चार गुना बिल्डिंग की संख्या बढ़ गई है।

लेकिन टैक्स 18 साल पहले के सर्वे से ही मिल रहा है। तो हाउस टैक्स से छूटे घरों का भी सर्वे कर इन्हें हाउस टैक्स के दायरे में लाया जाएगा। महापौर यादव ने बताया कि घरों और कमर्शियल का अलग-अलग टैक्स लगता है। ऐसे में सर्वे में सपष्ट होगा कि हमारे यहां कितने कमर्शियल और कितने रहवास वाले बिल्डिंग हैं। इससे निगम के टैक्स में बढ़ोतरी होगी और आय में वृद्धि होगी।

इन्होंने कहा

निगम परिसीमन के बाद अब वार्डो की संख्या 70 हो गई है। ऐसे में 18 से 20 साल पुराने रिकार्ड से ही टैक्स वसूली हो रही है। अब निगम सीमा में फिर से सर्वे कराकर घरों-घर बिल्ला लगवाया जाएगा। जिससे निगक की आय में बढ़ोतरी हो सकें।