स्पाइसजेट के विमान ने बिना ATC मंजूरी के भरी उड़ान, ड्यूटी से हटाए गए पायलट, हो सकती थी बड़ी दुर्घटना

निजी विमानन कंपनी स्पाइसजेट के यात्री विमान (SpiceJet passenger flight) ने 30 दिसंबर को हवाई यातायात नियंत्रक (ATC) की मंजूरी के बिना राजकोट एयरपोर्ट (Rajkot Airport) से उड़ान भरी, जिसके बाद उड्डयन नियामक DGCA ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) की जांच लंबित रहने के दौरान राजकोट-दिल्ली उड़ान (Rajkot-Delhi flight) में सवार पायलटों को ड्यूटी से हटा दिया गया है. पायलटों ने बनाए गए नियमों को भी तोड़ा है.

अधिकारियों ने बताया कि राजकोट-दिल्ली उड़ान ने 30 दिसंबर को सुबह करीब साढ़े नौ बजे उड़ान भरी और पूर्वाह्न 11 बजकर 15 मिनट पर दिल्ली एयरपोर्ट (Delhi Airport) पर विमान उतरा. ये मामला स्पाइसजेट की विमान संख्या SG-3703 के साथ हुई. उन्होंने बताया कि विमान को उड़ान भरने से पहले ATC से कई बार अनुमति लेनी होती है. सबसे पहले उन्हें विमान स्टैंड से बाहर निकलने की अनुमति लेनी होती है, उसके बाद इंजन को चालू करने के लिए भी मंजूरी लेनी होती है. उड़ान के लिए कतार में खड़े होने और अंत में उड़ान भरने की अनुमति लेनी होती है.

पायलटों ने क्या कहा?

अधिकारियों ने बताया कि 30 दिसंबर को विमान में सवार पायलटों ने राजकोट से उड़ान भरने से पहले जरूरी मंजूरी नहीं ली. उन्होंने बताया कि DGCA 30 दिसंबर की घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच कर रहा है. फ्लाइट शेड्यूल के मुताबिक, विमान संख्या SG-3703 दिल्ली के लिए उड़ान भरने के लिए समय पर था. लेकिन ATC ने पाया कि पायलटों ने टेक-ऑफ के लिए अनिवार्य अनुमति लिए बिना उड़ान भरी. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ ने कहा, अपने संचार के माध्यम से, राजकोट एटीसी ने पायलटों से पूछा कि वे बिना टेक-ऑफ की अनुमति के कैसे उड़ गए. वहीं, जवाब में पायलटों ने कहा कि ये एक गलती की वजह से हुआ.

मामले की हर एंगल से होगी जांच

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, एक पायलट ने कहा कि जांच से पता चलेगा कि चूक कैसे हुई और किसकी गलती थी. क्या ये गलती कम्युनिकेशन गैप की वजह से हुई या कोई एरर था. इसका जल्द ही पता लगाया जाएगा. इसे देखने की जरूरत है कि ऐसी चीज को फिर से होने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) के अनुसार, उड़ान भरने से पहले ATC से किसी भी विमान के लिए अनिवार्य टेक-ऑफ अनुमति आवश्यक है, चाहे रनवे सुरक्षित हो या नहीं.

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