अखरपाली धान खरीदी केंद्र में बरती जा रही अनियमितताएं, नियमों की उड़ाई जा रही खुलेआम धज्जियां!

कोरबा 27 दिसम्बर (वेदांत समाचार) 1 दिसम्बर से शुरू हुए धान खरीदी प्रक्रिया में विभिन्न केंद्रों के माध्यम से समितियां धान खरीदी कर रही है। इस दौरान आदिवासी सेवा सहकारी समिति मर्यादित अखरपाली में धान खरीदी केंद्र में नियमों को ताक पर रखकर धान खरीदी की शिकायत सामने आयी है। अखरपाली धान खरीदी केंद्र में किसानों से बिना ढाला कराए ही बोरी से बोरी स्थानांतरित कर दी जा रही है जबकि नियम में किसानों से ढाला कराया जाना है। वही फड में रखे धान को समुचित ढंग से रखने की व्यवस्था का अभाव दिखा जहां धान के चट्टे को नमी से बचाने कोई प्रबंध नही किया गया है। फड में स्थान की कमी के कारण किसानों को घंटों बाहर बैठकर अपना नम्बर आने का इंतजार करना पड़ रहा है। इस सम्बंध में जब फड प्रभारी रामेश्वर अनंत और अन्य समिति सदस्यों से बात करनी चाही गयी तो उन्होंने उच्च अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए अपनी सफाई में कुछ कहने से मना कर दिया। फड में हो रही अनियमितताओं पर फड प्रभारी और समिति के अन्य सदस्य कुछ भी कहने से बच रहे है। किसानों की माने तो यहां तौल में भी डंडी मारने का काम किया जा रहा है जहां किसानों से प्रत्येक बोरा 300 से 400 ग्राम तक अतिरिक्त तौल सूखे के नाम से लिया जा रहा है जबकि सूखे के नाम से कोई अतिरिक्त धान लेने का प्रावधान नही है।

उच्च अधिकारियों का दौरा परंतु नही पड़ रही अनियमितताओं पर नज़र

बताया जा रहा है की अखरपाली धान खरीदी केंद्र में लगातार नोडल अधिकारी और अन्य जिम्मेदार अधिकारी आते रहते है उसके बावजूद धान खरीदी केंद्र में आवश्यक मूलभूत तैयारियां पर भी नज़र नही डाल रहे है। उच्च अधिकारियों की नज़र अबतक किसानों से लिये जा रहे अतिरिक्त धान और नमी से बचाने के लिए चट्टे पर बनने वाले आधार के अभाव पर भी मौन है।

जिम्मेदार अधिकारी नही उठा रहे फोन

अखरपाली धान खरीदी केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. सुष्मिता लकड़ा से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु फोन नही उठाया गया।