यूपीएससी (UPSC) की तैयारी के दौरान सभी उम्मीदवारों की अपनी अलग रणनीति होती है. इनमें बहुत कम ही ऐसे छात्र होते हैं जिनकी रणनीति पहले ही प्रयास में काफी कारगर साबित हो जाए. इसी में एक नाम है सुरभि गौतम (IAS Surabhi Gautam) का. उन्होंने अपनी क्षमताओं के अनुसार रणनीति बनाई और पहले ही प्रयास में आईएएस बनकर लाखों उम्मीदवारों की प्रेरणा बन गई.
सुरभि गौतम मूल रूप से मध्यप्रदेश के सतना जिले के अमदरा गांव की रहने वाली हैं. सुरभि हिंदी मीडियम पढ़ाई करने की वजह से इंग्लिश में थोड़ी कमजोर थी. उनकी इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई हिंदी मीडियम से हुई. पहली बार जब वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए कॉलेज गईं, तो वहां क्लास में टीचर्स का सामना करने से बचती थीं. उन्हें अंग्रेजी बोलने में काफी झिझक होती थी.
हिंदी मीडियम से पढ़ाई करने के बावजूद उन्होंने दसवीं कक्षा में 93.4% अंक हासिल किए थे. इतना ही नहीं सुरभि ने गणित और विज्ञान जैसे कठिन विषय में 100 में से 100 अंक हासिल किए हैं. UPSC से पहले सुरभि ने ISRO, दिल्ली पुलिस, SSC CGL समेत और भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं को क्लीयर कर रखा है.
एक इंटरव्यू में सुरभि ने कहा था कि, 12वीं में बुखार आने की वजह से 15 दिनों तक 15 किलोमीटर दूर डॉक्टर के पास चेकअप के लिए उन्हें जाना पड़ता था. ऐसी हालत में भी सुरभि ने पढ़ाई से अपना ध्यान नहीं हटाया और अच्छे अंको से 12वीं की परीक्षा भी पास की.
सुरभि गौतम ने कड़ी मेहनत कर कई प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल कर रिकॉर्ड बना दिया. इसके बावजूद उनका सपना आईएएस ऑफिसर बनने का था. सुरभि गौतम ने साल 2016 में यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा (UPSC CSE 2016) में पहली बार शामिल हुई. ऑल इंडिया लेवल पर 50वीं रैंक हासिल की थी.
आईएएस ऑफिसर सुरभि यूपीएससी की तैयारी करने वालों को सलाह देती हैं कि, UPSC एग्जाम में सफलता के लिए अभ्यर्थियों को अपने पूरे सिलेबस को गहराई से पढ़ना होगा. इस एग्जाम में सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है, अभ्यर्थियों को पूरी ईमानदारी के साथ मेहनत करनी होगी, अपनी क्षमताओं के अनुसार रणनीति बनाएं और गंभीरता से काम करते रहें.
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