आधार को वोटर आईडी से लिंक किया जा सकेगा. इन दोनों अहम दस्तावेजों को जोड़ने के लिए सरकार चुनाव सुधार बिल लेकर आई है जो मंगलवार को राज्यसभा से पास हो गया. यह बिल ‘इलेक्शन लॉज (अमेंडमेंट) बिल, 2021’ के नाम से है. इस बिल में आधार संख्या को चुनाव पहचान पत्र के रूप में रजिस्टर करने का प्रस्ताव रखा गया है. यह पूरी तरह से उस व्यक्ति की मर्जी पर निर्भर करेगा जो आधार का इस्तेमाल वोटर पहचान के रूप में करना चाहते हैं.
साल 2015 में यह मामला सुप्रीम कोर्ट में गया था. फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग के प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी जिसमें यूआईडीएआई या आधार नंबर को वोटर के इलेक्टोरल डेटा के साथ जोड़ने की बात कही गई थी. चुनाव आयोग का मत था कि आधार को वोटर आईडी के साथ जोड़ने से वोटर लिस्ट में एक ही व्यक्ति के कई नाम दर्ज होने से छुटकारा मिलेगा. यानी नाम के आधार पर वोटर लिस्ट में होने वाले फर्जीवााड़े से मुक्ति मिलेगी.
क्या है प्रस्ताव में
इसके बाद चुनाव आयोग के इस प्रस्ताव को अमल में लाने के लिए संसद में संशोधित कानून लाए जाने की जरूरत बताई गई. हालिया बिल इसी संशोधन को लेकर है. बिल में प्रस्ताव में रखा गया है कि इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर मौजूदा वोटर से या जो लोग वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाना चाहते हैं, उनसे आधार संख्या मांग सकता है.
आधार-वोटर आईडी लिंक का फायदा
इस साल मार्च महीने में तत्कालीन विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संसद में कहा था कि चुनाव आयोग ने आधार को वोटर आईडी के साथ जोड़ने का प्रस्ताव दिया है ताकि किसी एक व्यक्ति का नाम अलग-अलग स्थानों पर वोटर लिस्ट में न रहे. इससे वोटिंग में फर्जीवाड़ा होने से बचा जा सकेगा. अब यह बिल प्रस्तावित है तो यह जानना जरूरी है कि वोटर आईडी को आधार संख्या के साथ ऑनलाइन कैसे जोड़ सकते हैं-
- सबसे पहले आपको https://voterportal.eci.gov.in/ पर जाना होगा
- यहां एक पेज खुलेगा जिसमें मोबाइल नंबर या वोटर आईडी नंबर या ईमेल आईडी दर्ज कर लॉगिन करना होगा
- अब पासवर्ड दर्ज करें
- अपने प्रांत और जिले की जानकारी दें
- नाम, जन्मतिथि और पिता के नाम जैसी व्यक्तिगत जानकारी दर्ज करें
- इसके बाद search बटन पर क्लिक कर दें
- स्क्रीन पर आपकी डिटेल दिखेगी, अगर सरकारी डेटाबेस के साथ आपकी जानकारी मैच करेगी
- अब feed aadhaar no पर क्लिक करें जो पेज के बाईं तरफ लिखा दिखेगा
- इसके साथ ही एक पॉप पेज सामने आएगा जिसमें आपको आधार में दर्ज अपने नाम को लिखना होगा, आधार नंबर भी भरना होगा, वोटर आईडी नंबर, रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ईमेल अड्रेस देना होगा
- अब submit बटन को दबा दें
- इसके बाद मोबाइल पर एक मैसेज आएगा जिसमें आवेदन सफलतापूर्वक रजिस्टर होने की जानकारी दी जाएगी
वोटर आईडी और आधार नंबर लिंक होने का फायदा ये होगा कि अगर आप बिहार के हैं और दिल्ली में रहते हैं और दोनों जगह की वोटर आईडी बना रखी है तो किसी एक जगह की आईडी ही मान्य होगी. इससे वोटर लिस्ट में नाम के दोहराव से बचा जा सकेगा. इससे चुनाव आयोग को वोटर्स का सही आंकड़ा भी मिल सकेगा. दूसरे के नाम पर वोटिंग जैसा फर्जीवाड़ा भी रुकेगा.
फोन और मैसेज से कैसे लिंक करें
- फोन का टेक्स्ट मैसेज खोलें
- अब 166 या 51969 पर SMS भेजें
- एसएमएस में ECILINK लिखें
- मांगी गई जानकारी दर्ज करें
- 1950 पर फोन कर भी वोटर आईडी-आधार को जोड़ सकते हैं
- फोन पर वोटर आईडी और आधार संख्या बताकर दोनों को लिंक कराएं
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