अदाणी फाउंडेशन ने कृषि तथा पशुपालक किसानों के लिए आयोजित किया व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम

  • हॉर्टिकल्चर, मत्स्य पालन, चावल की फूड प्रोसेसिंग व पैकेजिंग आदि की जानकारी
  • किसान शुरू करेंगे खेत के छोटे-छोटे हिस्सों में बागवानी
  • दोनो विधी से किसानों की आय के स्रोत बढ़ाने पर जोर

रायपुर, 20 दिसंबर (वेदांत समाचार)अदाणी फाउंडेशन रायखेड़ा द्वारा क्षेत्र के 6 पंचायतों के 60 से अधिक कृषि एवं पशुपालक किसानों को व्यावसायिक प्रशिक्षण हेतु शैक्षणिक भ्रमण कराया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर एवं शारदा डेयरी खरोरा में आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के किसानों को उन्नत एवं व्यावसायिक खेती हेतु प्रेरित करना था। शारदा डेयरी एवं फूड प्रोडक्ट लिमिटेड खरोरा में आयोजित किसान मित्र एवं पशुपालन बैठक का उद्देश्य पशु मालिकों को दुग्ध व्यवसाय से जोड़ कर उनको आत्मनिर्भर बनाना रहा।

कृषि प्रशिक्षण कार्यक्रम में रायपुर एनर्जन लिमिटेड रायखेड़ा के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत रायखेड़ा, चिचोली, गैतरा, बरतोरी, ताराशिव और खमरिया के किसानों ने भाग लिया। इस दौरान उन्हें हॉर्टिकल्चर, मत्स्य पालन, चावल की फूड प्रोसेसिंग व पैकेजिंग तथा विभिन्न अचार, अलसी, जैम आदि कृषि उत्पादों की जानकारी दी गई। साथ ही अदरक, हल्दी, आलू जैसे भूमिगत बागवानी उत्पाद की खेती को अपनाने पर जोर दिया गया । जिससे पारंपरिक खेती की तुलना में वे खेत के छोटे-छोटे हिस्सों में बागवानी की खेती शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार हो तथा बेहतर कमाई भी हो सके। वहीं पशुपालकों को दुग्ध व्यवसाय से जोड़ने के उद्देश्य से पशुओं से होने वाले विभिन्न लाभों, उपयोगी नस्लों तथा चारा प्रबंधन, गर्भवती गायों की देखभाल, तथा बछड़ों में होने वाले रोगों का निवारण इत्यादि विषयों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।

कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र का भ्रमण एवं संबंधित विषयों की जानकारी कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एसएस चंद्रवंशी के निर्देशानुसार, कृषि विशेषज्ञ डॉ. रेखा सिंह, डॉ. चंद्रमणि साहू एवं उमंग कुमार देवांगन के सहयोग से दी गई। वहीं पशुपालकों को स्टेट बैंक द्वारा लोन प्राप्त करने तथा अनुसूचित जाति को अनुदान प्राप्त करने के बारे में भी बताया गया। इस दौरान सफल पशु मालिकों ने अपने अनुभव भी साझा किए । कार्यक्रम में पशुपालन विभाग से डॉ विक्रम पाठक मुख्यरूप से उपस्थित रहे।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में स्थानीय किसानों एवं फाउंडेशन के कर्मचारियों व अधिकारियों की विशेष भूमिका रही तथा किसानों द्वारा कार्यक्रम को बखूबी सराहा गया।

इस शैक्षणिक सत्र को लेकर सी एस आर प्रमुख दीपक कुमार सिंह ने कहा कि, वर्तमान सत्र 2021-22 के दौरान इन किसानों ने अदाणी फाउंडेशन के सहयोग से धान की बोनी एस आर आई (श्री) विधि से करके, उत्पादन में वृद्धि दर्ज की है। आगे केवल धान की खेती ना कर, सब्जीबाड़ी, दलहन, तिलहन, कंद व फल वाले पौधे एवं अन्य व्यावसायिक कृषि के माध्यम से किसानों की आय के स्रोत को बढ़ाना है।

कार्यक्रम में अदाणी फाउंडेशन से प्रोजेक्ट ऑफिसर खिलेश्वर माहमल्ला एवं दाऊलाल कोसले उपस्थित थे।

अदाणी फाउंडेशन के बारे में:

1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन वर्तमान में 18 राज्यों में सक्रिय है, जिसमें देश भर के 2250 गाँव और कस्बे शामिल हैं। फाउंडेशन के पास प्रोफेशनल लोगों की टीम है, जो नवाचार, जन भागीदारी और सहयोग की भावना के साथ काम करती है। वार्षिक रूप से 3.2 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए अदाणी फाउंडेशन चार प्रमुख क्षेत्रों- शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढा़ंचे के विकास, पर ध्यान केंद्रित करने के साथ सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम करता है। अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और टिकाऊ प्रगति के लिए कार्य करता है, और इस तरह, राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान देता है।