NLU Delhi Admission: लॉ स्टूडेंट्स की पहली पसंद होती है दिल्ली नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, जानें कैसे मिलता है दाखिला..

NLU Delhi Admission: वकालत की पढ़ाई करने वाले छात्रों की पहली पसंद होती है नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी. देश में करीब 20 से ज्यादा नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी हैं. इसमें एडमिशन पाने के लिए उम्मीदवारों को कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट यानी क्लैट की परीक्षा पास करनी होती है. वहीं दिल्ली स्थित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाने की प्रक्रिया सभी NLU से अलग होती है.

नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (NLU) द्वारका, नई दिल्ली में स्थित है. इसकी स्थापना 2008 में एनसीटी एक्ट नं-1 के तहत की गई थी. नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी प्रोग्राम में एडमिशन उपलब्ध करवाती है. लॉ कोर्स में एडमिशन के लिए एनएलयू द्वारा ऑल इंडिया एंट्रेंस टेस्ट (AILET) का आयोजन करवाया जाता है. यहां एनएलयू दिल्ली द्वारा आयोजित ऑल इंडिया एंट्रेंस टेस्ट (AILET) के बारे में जानेंगे.

AILET एग्जाम

एआईएलईटी (AILET) को ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट के नाम से जाना जाता है. जिन उम्मीदवारों को लॉ कॉलेज में एजमिशन लेना होता है उन उम्मीदवारों को ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट में शामिल होना जरूरी होता है. दिल्ली लॉ कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवारों को इस प्रवेश परीक्षा में पास होना जरूरी है. प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर मेरिट लिस्ट जारी की जाती है जिसके आधार पर उम्मीदवारों को एडमिशन दिया जाता है.

एग्जाम पैटर्न

AILET परीक्षा में निम्नलिखित विषयों के प्रश्न शामिल होते है जैसे कि –

English Language

General Knowledge

Basic Mathematics

Legal and Logical Reasoning

यह परीक्षा बहुविकल्पीय (MCQs) आधारित होती है जिसमें गलत उत्तरों के लिए Negative Marking होती है. इसमें एक अंक के 150 प्रश्न शामिल होंगे, इसके लिए 1 घंटा 30 मिनट का समय दिया जाता है. यह परीक्षा ऑफलाइन मोड में होती है.

2022 में संभावित कुल सीटें

बीए एएलबी – इस कोर्स में कुल 110 सीट हैं.
एलएलएम – इस कोर्स में कुल 70 सीट हैं.
पीएचडी – इस कोर्स में कुल 8 सीट है.

ऐसे होता है चयन

ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट (AILET) होने के बाद उम्मीदवारों की मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी. मेरिट लिस्ट में नाम आने के बाद उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर लॉ कॉलेजों में एडमिशन दिया जाएगा. जिसके लिए उम्मीदवारों को कांउसलिंग के लिए बुलाया जाएगा.