भारत के किदांबी श्रीकांत (Kidambi Srikanth) जब टोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympic) के लिए क्वालिफाई करने से चूक गए थे तब उन्होंने कहा था कि यह उनके करियर का अंत नहीं नई शुरुआत है. स्पेन में बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर उन्होंने अपने इस दावे को पुख्ता भी कर दिया. पुरुष सिंगल्स फाइनल में सिंगापुर के लोह कीन यूऊ से 15-21 20-22 से हारने से पहले ही उनके सिल्वर मेडल ने उन्हें इस टूर्नामेंट में यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला भारतीय बना दिया.
श्रीकांत से पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप में पुरुष सिंगल्स में भारत को केवल ब्रॉन्ज मेडल ही हासिल हुए थे. साल 1983 में प्रकाश पादुकोण को ब्रॉन्ज हासिल हुआ था वहीं साल 2019 में बी साई प्रणीत ने भी देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल ही जीता था. श्रीकांत ने इस वर्ल्ड चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में हमवतन लक्ष्य सेन को हराकर देश के लिए सिल्वर मेडल पक्का किया था. पूर्व वर्ल्ड नंबर वन की इस कामयाबी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने दी श्रीकांत को बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीकांत की जीत पर उन्हें बधाई दी और कहा कि वह आने वाले खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा होंगे. मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘किदांबी श्रीकांत को उनके ऐतिहासिक सिल्वर मेडल जीतने पर बधाई. यह जीत कई खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी और बैडमिंटन में उनकी दिलचस्पी बढ़ाएगी
अपने प्रदर्शन से खुश हैं किदांबी श्रीकांत
फाइनल में हार के बाद श्रीकांत ने कहा कि उन्होंने इस जीत के लिए काफी मेहनत थी और वह अपने खेल से खुश हैं. अठाईस वर्षीय ने कहा, ‘पिछले कुछ टूर्नामेंट में मैं काफी अच्छा खेला और कुछ टूर्नामेंट में इस साल मैं अच्छा नहीं खेल पाया लेकिन फिर विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल तक पहुंचना, मैंने इसके लिये वास्तव में कड़ी मेहनत की है और मैं आज यहां खड़ा होकर सचमुच बहुत खुश हूं.’
उन्होंने कहा, ‘मैं यह कड़ी मेहनत करना जारी रखने की कोशिश करूंगा. यह एक प्रक्रिया है और अगले साल अन्य कई टूर्नामेंट हैं जैसे राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई खेल, विश्व चैम्पियनशिप तो इसलिये अगला साल काफी बड़ा होगा. इसलिये मैं सकारात्मक बने रहने की कोशिश करूंगा.’ श्रीकांत इस समय विश्व रैंकिंग में 14वें स्थान पर हैं. उन्होंने कहा, ‘यह शानदार हफ्ता रहा. आज भी दोनों गेम में मेरे पास मौका था. मैंने पहले में अच्छी बढ़त बनायी हुई थी और दूसरे गेम में 18-16 से आगे था. लेकिन आज मैं मैच खत्म नहीं कर पाया. लोह सचमुच अच्छा खेला.’
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