बिहार के औरंगाबाद जिले में सोमवार अहले सुबह एक ट्रक और कार की टक्कर हो गई. इसके बाद कार में सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. मरने वालों में दो शिक्षक भी शामिल हैं. साथ ही इस दुर्घटना में पैक्स अध्यक्ष भी बुरी तरह घायल हो गए हैं.
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि औरंगाबाद के डिहरा पैक्स अध्यक्ष सत्येंद्र नारायण सिंह उर्फ मंत्री अपने स्कूल सीपीएस के दो शिक्षकों और साले दीपक कुमार के साथ अरवल से लौट रहे थे, इस दौरान ओबरा थाना क्षेत्र के भरूब के पास उनकी कार में एक ट्रक ने टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जोरदार थी की तीन लोगों की मौके पर ही हो गई.
दुर्घटना के बाद मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई. इस बीच किसी ने पुलिस को दुर्घटना की सूचना दी जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल पैक्स अध्यक्ष सत्येंद्र नारायण सिंह को इलाज के लिए सदर अस्पताल भिजवाया. जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है.
दुर्घटना के शिकार हुए शिक्षक से मिलने गए थे सभी
दुर्घटना उस वक्त हुआ जबव सभी लोग एक शिक्षक से मिल कर अरवल से लौट रहे थे. परिजनों ने बताया कि अरवल में एक शिक्षक सड़क दुर्घटना में घायल हुए थे जिन्हें देखने के लिए सत्येंद्र नारायण सिंह स्कूल के दो शिक्षकों और साले दीपक कुमार के साथ अरवल गए थे. इसके बाद वहां से सभी सुबह-सुबह कार से लौट रहे थे. कार स्कूल मालिक सत्येंद्र नारायण सिंह के साले दीपक कुमार चला रहे थे. तभी भरुब के पास एक ट्रक ने सामने से टक्कर मार दी. टक्कर में कार के परखच्चे उड़ गए और घटनास्थल पर ही तीन लोगों की मौत हो गई. मरने वाले दोनों शिक्षक केरल के रहने वाले हैं.
कार को काटकर निकाला गया शव
कार को ट्रक ने इतनी जोरदार टक्कर मारी है कि कार चला रहे दीपक कुमार का शव स्टेयरिंग में दब गया है. जिसके बाद गैस कटर से कार को काट कर स्टेयरिंग में फंसे शव को निकाला गया. मामले में ओबरा थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी ने बताया कि घटना की छानबीन की जा रही है. दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को जब्त कर लिया गया है. साथ ही घायल को इलाज के लिए भिजवाया गया है.
घटना के बाद गांव में कोहराम
दुर्घटना में घायल पैक्स अध्यक्ष सत्येंद्र नारायण सिंह की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. वो चैतन्य पब्लिक स्कूल चलाते थे. दुर्घटना में शिकार हुए दोनों शिक्षक भी इसी स्कूल में पढ़ाते थे. सत्येन्द्र सिंह के सारे कामों की देखरेख उनका साला दीपक कुमार करता था. घटना के बाद उनके गांव में शोक की लहर है. लोग सकते में हैं. परिवार में कोहराम मच गया है. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
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