मलयालम एक्टर दिलीप जो यौन शोषण मामले में 8वें दोषी थे उन्होंने अपनी डिस्चार्ज याचिका वापस ले ली है. दिलीप ने कोर्ट को बताया कि वह इसलिए याचिका को वापस ले रहे हैं क्योंकि मारपीट के केस का ट्रायल फाइनल स्टेज पर है. बता दें कि साल 2017 में एक फीमल एक्ट्रेस ने कई लोगों पर अपहरण और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. एक्ट्रेस ने दिलीप पर इस केस का मास्टरमाइंड बताया था और साथ ही वारदात को अंजाम देने वाले लोगों को रकम देने का आरोप भी लगा था.
पिछले कुछ वर्षों में, दिलीप ने मामले में मुकदमे में देरी के लिए कई प्रयास कर रहे थे और कई अदालतों में अलग-अलग याचिका के साथ संपर्क किया. साल 2010 के शुरुआत में एर्णाकुलम के सेशन कोर्ट और फिर केरला हाई कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने खुद को इस मुकदमे से मुक्त करने को कहा था.
2020 की शुरुआत में, एर्नाकुलम की एक सत्र अदालत और बाद में केरल उच्च न्यायालय ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्हें मुकदमे से मुक्त करने के लिए कहा गया था. दिलीप इसके बाद सुप्रीम कोर्ट भी गए थे.
एक वकील जो इस केस को करीब से फॉलो कर रहे हैं उन्होंने टीएनएम को बताया कि दिलीप ने इसलिए डिस्चार्ज याचिका वापस ली होदी क्योंकि इससे केस के ट्रायल पर असर पड़ सकता था, स्पेशयली अगर कोर्ट केस के मेरिट्स पर जाती हो.
बता दें कि दिलीप इस केस में गिरफ्तार भी हुए थे. हालांकि फिर उन्हें जमानत मिल गई थी. अदालत ने दिलीप को एक लाख रुपए के मुचलके और इतनी ही रकम के दो गारंटर पेश करने का आदेश दिया था. साथ ही दिलीप के पासपोर्ट भी सरेंडर कर लिए थे.
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