कांग्रेस ने धोखाधड़ी मामले में कर्नाटक के मंत्री का मांगा इस्तीफा, सदन में चर्चा कराने की विपक्ष की मांग खारिज..

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने शुक्रवार को राज्य के शहरी विकास मंत्री बैरथी बसवराज के खिलाफ आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी का आरोप लगाकर उनके इस्तीफे की मांग की. मीडिया से बात करते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि एक व्यक्ति ने कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है कि कर्नाटक के मंत्री बैरथी बसवराज, बीजेपी एमएलसी आर शंकर और तीन अन्य ने फर्जी कागजातों का इस्तेमाल पर उसकी संपत्ति को जबरन हथियाने की साजिश रची.

सिद्धारमैया ने कहा, “कोर्ट ने धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और जालसाजी के अपराध पर संज्ञान लिया है. स्पेशल कोर्ट में एक केस दर्ज किया गया है और उन्हें समन जारी किया गया. ये सभी ताकतवर लोग हैं और जांच को प्रभावित कर सकते हैं. मंत्री बैरथी बसवराज को अपने पद पर नहीं रहना चाहिए.”

मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में विरोध जताया और कहा कि उन्हें नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. पिछले महीने बेंगलुरु चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट ने बैरथी बसवराज, आर शंकर और अन्य के खिलाफ आईपीसी की अलग-अलग धाराओं के तहत केस दर्ज करने का आदेश दिया था.

मामला न्यायालय के अधीन है- मुख्यमंत्री

सिद्धारमैया के नेतृत्व में कांग्रेस ने इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव के तहत चर्चा की मांग की थी. कांग्रेस सदस्यों ने कहा कि यह एक ‘महत्वपूर्ण’ विषय है क्योंकि एक कैबिनेट मंत्री मामले में आरोपी है. हालांकि स्पीकर ने विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया. वहीं मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि मामला न्यायालय के अधीन है और जांच जारी है.

बोम्मई ने कहा, “पहले की सरकारों में भी चार्जशीट फाइल होने के बाद भी मंत्री अपने पद पर बने रहते थे. बैरथी के खिलाफ शिकायत निजी है और इसे मजिस्ट्रेट कोर्ट ने खारिज कर दिया था. हालांकि हाई कोर्ट ने इसे वापस लोकल कोर्ट को सुनवाई करने को कहा. तो मामले में कोर्ट को फैसला करने दें और फिर हम देखेंगे.” इसके बावजूद विपक्ष ने इस मुद्दे पर हंगामा जारी रखा, जिसके बाद स्पीकर ने कार्यवाही स्थगित कर दी.