जशपुर15 दिसम्बर (वेदांत समाचार)। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को निरंतर मजबूती प्रदान कर रहा है। मनरेगा के तहत् कुंआ, डबरी, तालाब सहित अन्य हितग्राही मूलक कार्यो से किसानों के जीवन में खुषहाली आ रही है साथ ही अपने जमीन में स्वीकृत कार्यो में उन्हें रोजगार भी हासिल हो रहा है। जिससे उन्हें दोगुना लाभ मिल रहा है। विकासखंड मनोरा के ग्राम पंचायत सुरजूला के किसान झलिया मनरेगा से कुंआ निर्माण करवाकर अपने जीवन को एक नई दिषा दे रही है।
अब उन्हें कृषि कार्य के लिए बारिष पर निर्भर रहना नहीं पड़ता ना ही उन्हें अपने फसलों के सूख जाने की चिंता रहती है। कुंआ निर्माण से पूर्व वे अपने 5 एकड़ की जमीन पर बरसात आधारित खेती किया करती थी। जिससे उन्हें अपनी मेहनत के अनुसार उपज की प्राप्ति नहीं होती थी। उन्हें हमेषा सिंचाई सुविधा की कमी का एहसास होता था। किसान ने बताया कि उनके परिवार में कुल 5 सदस्य है जिनके भरण पोषण का के लिए कृषि पर ही निर्भर रहते है। उन्होंने बताया कि सिंचाई की सुविधा न हो पाने से अपने भूमि पर धान की उपज लेने के बाद रबी या दोहरी फसल लेने में सक्षम नहीं थे। परंतु शासन के द्वारा उन्हें कुंआ की स्वीकृति प्रदान कर उनके जमीन पर ही कुंआ का निर्माण करा दिया गया है। जिसमें 12 महीने पानी रहता हैं
जिसका लाभ उठाते हुए किसान झलिया अब विभिन्न प्रकार की साग-सब्जी का उत्पादन करने लगी है। मौसमी सब्जी का उत्पादन होने से वह अपने आस पास के हाट-बाजारों में सब्जियों का विक्रय करने लगी है। जिससे उन्हें परिवार के पालन पोषण के लिए आर्थिक रूप से अधिक मदद मिलने लगी है। झलिया ने जिला प्रषासन एवं छत्तीसगढ़ शासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि कुंआ निर्माण से उनके खेत में हरियाली आई वहीं परिवार में खुषहाली आई है।
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