रायपुर15 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। रेडी टू इट का काम महिला स्वयं सहायता समूह से लेकर निजी हाथों में लेने के मसले पर विपक्ष के स्थगन प्रस्ताव को ग्राह्य कर लिया गया है। इस पर आसंदी ने व्यवस्था दी है। तीन बजे इस पर चर्चा होगी, हालांकि इस व्यवस्था के विरुद्ध विपक्ष तत्काल चर्चा की माँग पर अड़ गया और नारेबाज़ी करने लग गया।
इसके पहले स्थगन प्रस्ताव पेश करते हुए भाजपा की ओर से शिवरतन शर्मा ने कहा- सरकार के इस फ़ैसले से बीस हज़ार समूह की महिलाएँ प्रभावित हुई हैं।
वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने कहा- घोषणा पत्र में कहा गया कि महिला स्व सहायता समूहों का क़र्ज़ा माफ़ होगा..क्या यही छत्तीसगढ.. छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान है.. क्या महिलाओं को बेरोज़गार करना छत्तीसगढ का स्वाभिमान है।
भाजपा की ओर से कहा गया- कुपोषण को लेकर सरकार ने जितने भी आंकड़े जारी किए वह सब फर्जी है.. यह फ़र्ज़ी आँकड़ों पर चलने वाली सरकार है।
इधर जबकि मंत्री अनिला भेड़िया ने जवाब दिया और आसंदी ने व्यवस्था दी कि स्थगन पर चर्चा तीन बजे होगी, विपक्ष गर्भगृह में पहुँच कर नारेबाज़ी करने लगा और सदस्य स्वयमेव निलंबित हो गए।
[metaslider id="347522"]