छत्तीसगढ़: बस्तर राजमहल से 135 साल बाद निकलेगी बारात, 100 राजघराने बनेंगे बाराती

जगदलपुर,19 फ़रवरी 2025 (वेदांत समाचार)। बस्तर राजमहल से 135 वर्ष बाद बारात निकलने जा रही है और इसमें देश भर के 100 से अधिक राजघराने बाराती बनेंगे। राजमहल में पिछली शादी वर्ष 1923 में महारानी प्रफुल्ल कुमारी देवी की हुई थी, पर तब बारात नहीं निकली थी।

अंतिम बार 1890 में राजा रुद्रप्रताप देव की बारात यहां से निकली थी। पांच पीढ़ियों के बाद अब 20 फरवरी को बस्तर महाराजा कमलचंद भंजदेव की शादी हो रही है। इस समारोह में देश-भर के 100 राजघराने शामिल हो रहे हैं। 135 वर्ष बाद बस्तर राजपरिवार की कुलदेवी बस्तर की आराध्या मां दंतेश्वरी भी बाराती बनकर नागौद जाएंगी।

20 फरवरी को है विवाह

दंतेवाड़ा से मां दंतेश्वरी का छत्र और छड़ी विवाह समारोह में सम्मिलित होने मंगलवार की शाम जगदलपुर पहुंच चुका है। 45 वर्षीय कमलचंद्र का विवाह सतना मध्य प्रदेश के किला नागौद के महाराजा शिवेंद्र प्रताप सिंह की पुत्री भुवनेश्वरी कुमारी के साथ 20 फरवरी को होने जा रहा है।

बस्तर से इसके लिए दो चार्टड प्लेन मध्य प्रदेश के खजुराहो एयरपोर्ट तक के लिए बुक किए हैं। छोटे चार्टर्ड प्लेन में मां दंतेश्वरी के साथ कमलचंद्र भंजदेव व परिवार के सदस्य होगे। दूसरा चार्टर्ड प्लेन बारातियों को लेने ला जाने दो से तीन फेरे जाएगा। यहां बता दें कि राजा प्रवीरचंद्र का विवाह दिल्ली व इसके बाद राजा विजयचंद्र व भरतचंद्र का विवाह गुजरात में हुआ था।

विवाह से देश में पहुंचेगी बस्तर की सकारात्मक छवि

बस्तर राज परिवार के सदस्य कमलचंद्र भंजदेव ने बताया कि विवाह समारोह में सम्मिलित होने बहुत से रजवाड़ों के सदस्य आ रहे हैं। कई दशक बाद बस्तर राजमहल में विवाह हो रहा है, जिसमें देश भर से राजघराने के सदस्य व अतिथि आ रहे हैं।

बस्तर की पहचान नक्सलवाद से हैं, और इस विवाह समारोह में जब देश भर के लोग यहां आएंगे तो उनकी धारणा बदलेगी। इनमें से कई बस्तर तो कई लोग सीधे नागौद किले आ रहे हैं। इनमें मध्यप्रदेश के सिंधिया राजघराने के सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजस्थान के जयपुर राजघराने की सदस्य व उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी हैं।

इसके साथ ही समारोह में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री सीएम विजय शर्मा, अरुण साव, प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, सरगुजा राजघराने के वंशज व पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, मेवाड़ के महाराणा प्रताप के वंशज लक्ष्यराज सिंह राणा, गुजरात के बड़ौदा राजघराने से गायकवाड़ परिवार, ओडिशा के पटनागढ़ राजघराने से उपमुख्यमंत्री कनकवर्धन सिंह, त्रिपुरा से विक्रम माणिक्यदेव, ओडिशा के मयूरभंज व गोहिल राजघराना सहित सौ से अधिक राज परिवार के सदस्य समारोह में सम्मिलित होंगे।