देश में ओमीक्रॉन (Omicron variant) के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अब तक इस वेरिएंट के संक्रमितों में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बेहद हल्के लक्षण (Symptoms) मिले हैं. डॉक्टरों का कहना है कि डेल्टा वेरिएंट की तुलना में ओमीक्रॉन कुछ अलग हैं. इस वेरिएंट के अधिकतर मरीजों को गले में खराश और सूखी खांसी की समस्या है. जबकि, डेल्टा वेरिएंट के मरीजों में तेज बुखार और सांस लेने में परेशानी (Respiratory problem) जैसे लक्षण थे.
ओमीक्रॉन वेरिएंट के मरीजों को सांस लेने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है. मरीजों के तेज बुखार की शिकायत भी नहीं है. कई संक्रमित तो ऐसे हैं जिनको कोरोना का कोई लक्षण ही नहीं हैं. जबकि, डेल्टा से जो लोग संक्रमित हुए थे. उनके फेफड़े खराब हो गए थे. इससे उनके शरीर में ऑक्सीजन का लेवल तेजी से गिर रहा था. तब अधिकतर मरीजों में स्वाद व गंध का ना आना सबसे आम लक्षण था, लेकिन ओमीक्रॉन मरीजों में ऐसा नहीं है. दिल्ली सरकार के लोकनायक अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर सुरेश कुमार का कहना है कि अस्पताल में ओमीक्रॉन वेरिएंट के जो मरीज भर्ती हुए हैं. उनमें अधिकतर को सिर्फ गले में खराश है. बुखार भी दो से तीन दिन में उतर जाता है. डॉ. का कहना है कि अब तक किसी भी संक्रमित में सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण नहीं दिखे हैं. इसके अलावा जयपुर, महाराष्ट्र में भी जो ओमीक्रॉन के संक्रमित मिले हैं. उनमें भी गले में खराश होने का लक्षण देखा गया है.
डेल्टा से काफी अलग है ओमीक्रॉन
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉक्टर मनीष कुमार का कहना है कि अभी तक देश में ओमीक्रॉन के मरीजों में जो लक्षण देखे गए हैं. वह डेल्टा से काफी अलग हैं. डॉक्टर के मुताबिक, सांस लेने में परेशानी न होना एक राहत की बात है. इससे अस्पतालों में कम मरीज भर्ती होंगे. क्योंकि हल्के लक्षण वाले मरीजों में यह वेरिएंट आम खांसी जुकाम की तरह है. जिसका इलाज़ आसानी से घर पर भी हो सकता है. डॉ.मनीष का कहना है कि देश में ओमीक्रॉन का पहला मामला आए हुए एक सप्ताह से ज्यादा समय हो गया हैं. अभी तक इस वेरिएंट का कोई गंभीर मरीज नहीं आया है. हालांकि, अभी कुछ दिन और इस पर नजर रखनी होगी. अगर वेरिएंट का व्यवहार ऐसा ही रहा तो चिंता की बात नहीं होगी.
बीमार लोगों को रहना होगा सतर्क
डॉक्टर मनीष का कहना है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित होने वाले अधिकतर लोगों में हल्के लक्षण मिल रहे हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि सभी लोगों के साथ ऐसा होगा. हो सकता है कि कोमोरबिडीज वाले मरीजों में यह वेरिएंट ज्यादा गंभीर लक्षण दिखाए. इसलिए जरूरी है कि जो लोग पहले से ही डायबिटीज, हार्ट की परेशानी, हाई बल्ड प्रेशर, किडनी की बीमारी या अन्य किसी गंभीर समस्या से जूझ रहें हैं तो वह अपना खास ध्यान रखें. भीड़ वाले इलाकों में न जाएं और फिलहाल किसी भी प्रकार की पार्टी या समारोह में जाने से भी बचें.
लक्षण दिखने पर करां ले टेस्ट
डॉ. के मुताबिक, इस मौसम में अन्य वायरस भी काफी एक्टिव हो जाते हैं. इस वजह से खांसी और जुकाम की समस्या बढ़ जाती है. हालांकि ओमीक्रॉन मरीजों के लक्षणों को देखते हुए लोगों को सलाह दी जाती है कि अगर उन्हे गले में खराश, हल्का बुखार और सूखी खांसी है तो एक बार कोरोना का टेस्ट भी करा लें.
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