मां सहित 2 बच्चों की हुई मौत, गलत इलाज के आरोप में डॉक्टर हुआ गिरफ्तार…

पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले (West Midnipur) के दासपुर में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की रहस्यमय मौत के मामले में पुलिस ने गलत इलाज के आरोप में गांव के डॉक्टर (Doctor Arrested) को गिरफ्तार कर लिया है. दासपुर पुलिस ने कहा कि महिला और उसके दो बच्चों की मौत ग्रामीण चिकित्सक के गलत इलाज के कारण हुई है. जांचकर्ता इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या ग्रामीण डॉक्टर वास्तव में पेशेवर है और क्या उसके पास सभी प्रमाण-पत्र हैं. आरोपी को रविवार को घाटल कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने आरोपी को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, दासपुर थाना क्षेत्र के ज्योत गोरवधन गांव के रहने वाले सुशांत बेरा की पत्नी 34 वर्षीय मौमिता बेरा, 11 वर्षीय बेटी अभिषेक्ता बेरा और 6 वर्षीय बेटे अभिषेक बेरा की शनिवार को मौत हो गई थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक काम के सिलसिले में सुशांत बेरा एक दिन बाहर गए थे.

परिवार के सदस्यों ने उल्टी और शौच की शिकायत की थी

शुक्रवार से परिवार के तीन सदस्यों को उल्टी के साथ-साथ शौच की शिकायत हो गई थी. उसके बाद शनिवार की सुबह मौमिता और उसके बेटा और बेटी गंभीर रूप से बीमार हो गए. दासपुर प्रखंड 2 के सोनाखली अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई. बाद में हुई बच्ची की भी मौत हो गई. घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत से दहशत फैल गई. पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए दासपुर थाने ले गई. पुलिस का शुरुआती अनुमान है कि मौत किसी भी तरह के फूड प्वाइजनिंग से हो सकती हैय हालांकि पूरी घटना का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही चलेगा. मृतक के परिजनों के मुताबिक, मौमिता और उसके दो बच्चे दोनों ही पीड़ित थे. पहले वे इलाज के लिए ग्रामीण अस्पताल गए. वे भी उस डॉक्टर से दवा लेने लगे. उसके बाद मौमिता और उनके बच्चे बीमार हो गए.

मुर्शिदाबाद में डायरिया से एक की हुई मौत

इस बीच, मुर्शिदाबाद में डायरिया का इलाज करा रहे 19 लोगों में से शनिवार को एक महिला की मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि डायरिया से उसकी मौत हुई है. मुर्शिदाबाद घटना से मुर्शिदाबाद-जियागंज प्रखंड के दहापारा ग्राम पंचायत के कमला पुष्करिनी गांव में हड़कंप मच गया है. क्षेत्र में एक ट्यूबवेल से पीने के पानी का उपयोग हर कोई करता है. स्थानीय लोगों को अंदेशा है कि यह बीमारी इसी पानी से है. प्रशासन ने ट्यूबवेल से पानी एकत्र कर जांच के लिए भेजा है. प्रशासन ने ट्यूबवेल से पानी लेना बंद कर दिया है.