सरकारी राशि का गबन करना सरपंच सचिव को पड़ा भारी, सचिव गया जेल तो सरपंच ने जमा की राशि

गरियाबंद। सरकारी राशि का गबन एक सरपंच और सचिव को भारी पड़ गया। सरपंच ने अपने हिस्से की रकम जमा कर खुद को जेल जाने से बचाया वही सचिव को 15 दिन के लिए जेल भेज दिया गया। मामला मैनपुर विकासखण्ड की गौरगांव पंचायत का है। पंचायत के तत्कालीन सरपंच फरसुराम नेताम और सचिव सुखदेव ध्रुव पर माध्यमिक शाला भवन के लिए जारी 4 लाख 32 हजार की राशि हड़पने का आरोप है। मैनपुर अनुविभागीय अधिकारी ने प्रकरण में दोनो को दोषी मानते हुए अपने-अपने हिस्से की राशि सरकारी ख़ज़ाने में जमा करने के निर्देश दिए थे। पूर्व सरपंच फरसुराम ने अपने हिस्से की 2 लाख 16 हजार की रकम जमा कर दी मगर सचिव सुखदेव ध्रुव ने राशि जमा करने में दिलचस्पी नही दिखाई।

अनुविभागीय कार्यपालक एवं दंडाधिकारी सूरज साहू ने सचिव सुखदेव ध्रुव के खिलाफ फैसला सुनाते हुए उन्हें 15 दिन के लिए जेल भेजने का आदेश जारी किया है।

बतादे कि गौरगांव में सर्व शिक्षा अभियान के तहत माध्यमिक शाला भवन के लिए राशि जारी हुई थी। गांव के तत्कालीन सरपंच फरसुराम और सचिव सुखदेव ध्रुव ने राशि का बंदरबांट कर तकरीबन 4 लाख 32 हजार की राशि का गबन कर लिया था। जिसका प्रकरण मैनपुर अनुविभागीय कार्यपालक एवं दंडाधिकारी के न्यायालय में सुनवाई के लिए प्रस्तुत किया गया। अब इस प्रकरण में ये फैसला सामने आया है।

वैसे गौरगांव अकेला ऐसा गांव नही है जहां सरकारी पैसे की इस तरह बंदरबांट हुई है बल्कि जिले में कई ऐसी पंचायते है जहां बड़े पैमाने पर राशि की बंदरबांट हुई है। सालों बाद भी ऐसे मामलों में आरोपियो पर कोई कार्रवाई नही होने से ऐसा करने वालो के हौसले बुलंद है।