11 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। योगी सरकार ने ये साफ कर दिया है कि छात्रों को निशुल्क टैबलेट (Tablet) और स्मार्ट फोन (Smartphone) कैसे दिया जाएगा. तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को टैबलेट दिए जाएंगे. वहीं उच्च शिक्षा विभाग के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम वाले विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन दिए जाएंगे. नोडल एजेंसी यूपीडेस्को की ओर से इसकी खरीद के लिए वित्तीय निविदा पूरी हो गई है.
जानकारी के अनुसार आपूर्ति सैमसंग, एसर और लावा जैसी कंपनियां करेंगी. तीनों कंपनियां 12,700 की दर से टैबलेट आपूर्ति करेंगी, जबकि लावा और सैमसंग एक स्मार्टफोन 10,700 में आपूर्ति करेंगी.
इन कंपनियों ने डाला टेंडर
प्रदेश सरकार स्नातक, स्नातकोत्तर,तकनीकी, डिप्लोमा, कौशल विकास, नर्सिंग और पैरा मेडिकल सहित कई पाठ्यक्रमों में अध्ययरत 68 लाख विद्यार्थियों को स्मार्टफोन और टैबलेट देगी. इसके लिए लावा, विशटल, सैमसंग और एसर ने टैबलेट के लिए जबकि लावा और सैमसंग ने स्मार्टफोन के लिए टेंडर डाला था.
तकनीकी निविदा में विशटल को अपात्र घोषत कर दिया गया. मूल्यांकन समिति की अनुमति मिलते ही निविदा को कैबिनेट की मंजूरी दिलाई जाएगी. एसीएस औद्योगिक विकास विभाग अरविंद कुमार ने कहा कि इसी महीने से वितरण शुरु हो जाएगा. जानकारी के अनुसार टैबलेट और स्मार्टफोन का वितरण 20 दिसंबर के बाद शुरू कर दिया जाएगा. पीएम मोदी और योगी आदित्यनाथ के हाथों भव्य समारोह में इसका वितरण किया जाएगा. इस पर करीब 4700 करोड़ रुपए की लागत आएगी.
इन विद्यार्थियों को दिए जाएंगे टैबलेट और स्मार्टफोन
साल 2021 में तकनीकी शिक्षा के तहत अध्ययरत विद्यार्थियों, तकनीकी शिक्षा, आईटीआई में प्रशिशक्षरत विद्यार्थियों, राजकीय और निजी मेडिकल कॉलेजों, डेंटल कॉलेजों और नर्सिंग कॉलेजों में बीएससी और एमएससी और एमएससी नर्सिंग कोर्स, पैरा मेडिकल नर्सिंग के विद्यार्थियों को टैबलेट दिए जाएंगे.
वहीं स्नातक और स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों, सेवा मित्र पोर्टल पर पंजीकृत कुशल श्रमिकों, एमएसएमई विभाग की विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, एससी-एसटी स्वरोजगार प्रशिक्षण योजना, पिछड़ा वर्ग प्रशिक्षण योजना और ओडीओपी की प्रशिक्षण योजना में पंजीकृत प्रशिक्षणार्थियों को स्मार्टफोन दिया जाएगा.
प्रदेश में सिंचाई क्रांति का नया अध्याय
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शनिवार को सरयू नहर परियोजना का उद्घाटन बलरामपुर के हंसुआडोल गांव में करेंगे. इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह लाखों किसानों के जीवन में ‘नई खुशहाली’ लाने के साथ प्रदेश में ‘सिंचाई क्रांति’ के नए अध्याय का सृजन करेगी.
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