नई दिल्ली । उद्योगपति रतन टाटा के नाम से एक बार फिर से एक फर्जी बयान वायरल हो रहा है। इसे यूजर्स सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर वायरल करते हुए दावा कर रहे हैं कि रतन टाटा ने कहा है कि शराब को आधार कार्ड से जोड़ने की बात कही है।
फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज ने वायरल बयान की विस्तार से जांच की। पड़ताल में पता चला कि रतन टाटा के नाम से वायरल बयान फर्जी है। विश्वास न्यूज ने गूगल सर्च का सहारा लेते हुए खोज को शुरू किया। गूगल ओपन सर्च में एक भी प्रतिष्ठित वेबसाइट पर ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जो वायरल पोस्ट पर मुहर लगाए। विश्वास न्यूज ने रतन टाटा के ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम के सोशल मीडिया एकाउंट्स की स्कैनिंग की, लेकिन वहां भी ऐसा कोई बयान नहीं दिखा।
विश्वास न्यूज ने इस बयान को लेकर टाटा समूह के कॉरपोरेट कम्युनिकेशन पर्सनल से भी संपर्क किया। उन्होंने भी इसे फर्जी बताया।
रतन टाटा से जुड़ी पड़ताल को विस्तार से यहां पढ़ें।
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