06 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। एक पाकिस्तानी जोड़े ने अपने नवजात बच्चे का नाम ‘बॉर्डर’ रखा है. उनका ये नाम इतना अलग है कि आज वो सुर्ख़ियों में बना हुआ है और लोग इस नाम को लेकर काफी चर्चा कर रहे हैं. दरअसल, वे पिछले 71 दिनों से 97 अन्य पाकिस्तानी नागरिकों के साथ अटारी सीमा पर फंसे हुए हैं. इसी दौरान एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया. ये कपल काफी समय से अटारी बॉर्डर पर फंसे होने के कारण उन्होंने अपने बच्चे का नाम ‘बॉर्डर’ ही रख दिया. अब ये खबर हर जगह छाई हुई है. आप सभी को बता दें जानकारी के मुताबिक इस बच्चे के माता-पिता का नाम निंबू बाई और बलम राम है.
दोनों के माता-पिता ने बात करते हुए एक न्यूज़ पोर्टल को बताया- हमने अपने बच्चे का नाम इसलिए बॉर्डर रखा क्योंकि हमारा बच्चा भारत-पाक सीमा पर पैदा हुआ था. रिपोर्ट के अनुसार निंबू बाई गर्भवती थी और 2 दिसंबर को उसे लेबर पेन हुआ था. पड़ोसी पंजाब के गांवों की कुछ महिलाएं निंबू बाई को बच्चा पैदा करने में मदद करने पहुंचीं. स्थानीय लोगों ने अन्य सहायता प्रदान करने के अलावा प्रसव के लिए चिकित्सा सुविधाओं की भी व्यवस्था की.
बालम राम ने बताया कि लॉकडाउन से पहले अपने रिश्तेदारों से मिलने के अलावा तीर्थ यात्रा पर भारत आए 98 अन्य नागरिकों के साथ, वे आवश्यक दस्तावेजों की कमी के कारण वे सब घर नहीं लौट सके. लोगों में 47 बच्चे शामिल हैं, जिनमें से छह भारत में पैदा हुए थे और वे एक वर्ष से कम उम्र के हैं. आपको बता दें बलम राम के अलावा, एक अन्य पाकिस्तानी नागरिक, लग्या राम, जो उन्हीं के साथ रह रहे थे उन्होंने अपने बेटे का नाम ‘भारत’ रखा है क्योंकि वह 2020 में जोधपुर में पैदा हुआ था. लग्या जोधपुर में अपने भाई से मिलने आए थे, लेकिन पाकिस्तान की तरफ न जा सकें.
भारत-पाक बॉर्डर पर फंसे लोग पाकिस्तान के विभिन्न जिलों से ताल्लुक रखते हैं, जो कि मजबूरी में अटारी सीमा पर एक टैंट में रह रहे हैं क्योंकि पाकिस्तानी रेंजरों ने उन्हें स्वीकार करने से इनकार कर दिया है. ये परिवार अटारी इंटरनेशनल चेक-पोस्ट के पास एक पार्किंग में रह रहे हैं. ये खबर सोशल मीडिया के हर पेज पर देखने को मिल रही है साथ में लोग अपना रिएक्शन भी साझा कर रहे हैं.
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