वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ (Vinod Dua) का निधन हो गया है. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनकी बेटी मल्लिका दुआ (mallika Dua) ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करके पिता के निधन की जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि विनोद दुआ का अंतिम संस्कार 5 दिसंबर को लोधी श्मशान घाट पर होगा.
पिता के निधन के बाद मल्लिका ने सोशल मीडिया पर एक इमोशनल पोस्ट शेयर किया है. उन्होंने अपने पिता को अपना बेस्टफ्रेंड बताया है.साथ ही बताया है कि उन्होंने कैसे अपनी जिंदगी को खुशी से जिया.
शेयर किया इमोशनल पोस्ट
मल्लिका ने अपने पिता विनोद दुआ की हंसते हुए फोटो शेयर करते हुए लिखा- कोई भी दूसरा आपकी तरह नहीं होगा. मेरे पहले बेस्टफ्रेंड मेरे पापाजी. बहुत कम लोग उतना बड़ा और गौरवशाली जीवन जीते हैं जो आपने जिया है. हमेशा अच्छे समय के साथ. हमेशा चैलैंज के लिए तैयार रहते थे. अच्छी लड़ाई पसंद करते थे. हमेशा अपने बच्चों के लिए उनके साथ रहे. एक स्व-निर्मित इंसान, शेर-दिल लेजेंड जो अपनी आखिरी सांस तक विद्रोह में दहाड़ते रहे. उन्हें किसी बात का डर नहीं था, कम से कम मौत का.
बताया बेस्ट पिता
मल्लिका ने आगे लिखा- दुनिया में बेस्ट डैड होने के लिए शुक्रिया. मैं श्योर हूं कि आप और मां चापली कबाब खा रहे होंगे और बात कर रहे होंगे कि मल्लिका इतना क्यों लड़ती है सबसे. कैसे मैनेज करेगी. सबसे साहसी, बेपरवाह, दयालु और मजाकिया आदमी जिसे मैं जानती हूं. नबी करीम में पैदा हुआ एक साधारण लड़का जिसने आखिरी तक उच्च और पराक्रमी को लिया और जीता. पद्मश्री विनोद दुआ. अपनी कमजोरी में भी आपने भारतीय पत्रकारिता में लैंडमार्क जजमेंट दिया.किसी भी पत्रकार पर देशद्रोह का मुकदमा नहीं चलाया जाएगा क्योंकि विनोद दुआ ने उनके लिए वह लड़ाई लड़ी, जैसा कि उन्होंने हमेशा किया है.
स्वर्ग को बताया लकी
मल्लिका ने आगे लिखा- स्वर्ग कितना लकी है. उसमें मेरी पूरी जिंदगी है. हम हमेशा के लिए भय और शोक में नहीं रहेंगे। हम गर्व और कृतज्ञता के साथ रहेंगे क्योंकि हमें मिले असाधारण माता-पिता मिले.मैं किसी भी चीज के लिए अपने भाग्य से कुछ नहीं कहूंगी. उसने मुझे विनोद और चिन्ना दिए. कोई भी डबल लकी नहीं होता है. बहुत उम्दा.
आपको बता दें मल्लिका की मां का इसी साल कोरोना की वजह से निधन हो गया था. कोरोना की दूसरी लहर में विनोद दुआ और उनकी पत्नी दोनों ही इस वायरस की चपेट में आ गए थे. उनकी तबीयत खराब होने के बाद दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. विनोद ठीक होकर घर वापस आ गए थे मगर उनकी पत्नी का 12 जून को निधन हो गया था.
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