राजस्थान के भरतपुर जिले से एक हैरान करने वाला मामला शनिवार को सामने आया है. यहां खाद की दुकान पर करीब 2 घंटे लाइन में खड़े-खड़े किसान की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि किसान भगवान की लाइन में ही अचानक ही तबीयत खराब हुई और उसकी मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही लखनपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने मृतक किसान के शव को नदबई के CHC (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) की मोर्चरी में रखवाया और परिजनों को सूचना दी.
मामला शाहपुरा गांव का है. यहां के निवासी किसान भगवान सिंह शुक्रवार को लुलहारा सहकारी क्रय-विक्रय समिति पर खाद लेने पहुंचा. वह करीब 2 घंटे तक खाद के लिए लाइन में खड़ा रहा. अचानक ही उसकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई. लाइन में लगे लोग घटना से सहम गए. सूचना पर पहुंचे परिजनों की मौजूदगी में पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया. इसके बाद शव को परिवार वालों को सौंप दिया गया. वहीं, मामले में लखनपुर थाना अधिकारी पंजाब सिंह ने बताया कि किसान की अचानक दिल की धड़कन रुकने से उसकी मौत हुई है.
खाद की कालाबाजारी से किसान परेशान
बता दें, लंबे समय से क्षेत्र में खाद की किल्लत चल रही है. लेकिन अब किसान इस तरह खाद के लिए परेशान है कि उसे घंटों लाइन में लगना पड़ता है, तब जाकर उसे खाद मिल पा रही है. खाद की कालाबाजारी को लेकर भी प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है. ऐसे में एक किसान को खाद की कालाबाजारी का खामियाजा भुगतना पड़ा है और लाइन में खड़े खड़े उसकी मौत हो गई.
खाद की कालाबाजारी के लिए लगातार कृषि विभाग को शिकायत मिल रही है, लेकिन कृषि विभाग कालाबाजारी के खिलाफ कड़ा एक्शन नहीं ले पा रहा है. कई जगह तो देखा जा रहा है कि टोकन देकर किसानों को खाद दिया जाता है और उनसे मोटी रकम भी वसूली जाती है. लेकिन कृषि विभाग पूरी तरह से इस मामले पर चुप्पी साधे बैठा है. किसानों का कहना है कि आख़िर उनको कब तक इस खाद की किल्लत की मार झेलनी पड़ेगी.
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