अगले 12 घंटे में दिखेगा ‘जवाद’ का रौद्र रूप, तेज बारिश का अलर्ट…

भुवनेश्वर 03 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र तेज होकर अगले 12 घंटे में चक्रवाती तूफान जवाद में बदल जाएगा और शनिवार की सुबह उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के तटों से टकराएगा। मौसम विभाग ने इसको लेकर आंध्र प्रदेश, ओडिशा, बंगाल में हाई अलर्ट जारी किया गया है। आपदा टीमें तैनात कर दी गई हैं और इन राज्यों में जाने वाली करीब 100 ट्रेनों का परिचालन भी रद्द कर दिया गया है। मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि विशाखापत्तनम से करीब 770 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है।

पीएम मोदी ने हालात का जायजा लिया

बंगाल की खाड़ी में उठे जवाद तूफान का खतरा कितना बड़ा है इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक की। गुरुवार (2 दिसंबर) पीएम मोदी ने जवाद तूफान से निपटने के लिए समीक्षा बैठक बुलाई और तैयारियों का जायजा लिया। इस बैठक में कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और एनएसए अजिल डोभाल समेत कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, अगले 12 घंटे में तूफान जवाद के तट से टकराने के बाद शनिवार की सुबह हवा की गति 100 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। इससे आंध्र प्रदेश, ओडिश और पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी वर्षा होने की आशंका जताई गई है।  जवाद के खतरे को देखते हुए ओडिशा के चार जिले- गजपति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है जबकि और बाकी के सात जिलों- केंद्रपाड़ा, कटक, खुर्दा, नयागढ़, कंधमाल, रायगड़ा, कोरापुट जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

आंध्र प्रदेश और ओडिशा में कई ट्रेनें रद्द

तूफान को देखते हुए विशाखापट्टनम से करीब 65 ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। वहीं, ओडिशा में भी कई ट्रेनें को रद्द कर दिया गया है। मौसम विभाग की मानें तो चक्रवात जवाद का असर बंगाल के आसपास के राज्यों पर भी पड़ सकता है। बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी मौमस करवट ले सकती है। तूफान के कारण यहां पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

डिजास्टर फंड की पहली किश्त जारी

केंद्रीय गृह मंत्रालय स्थिति पर चौबीसों घंटे नजर रख रहा है और सभी संबंधित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के संपर्क में है। मंत्रालय ने स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फंड की पहली किश्त भी सभी राज्यों को जारी कर दी है। कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने राज्यों के मुख्य सचिवों और केंद्रीय मंत्रालयों के साथ स्थिति की समीक्षा की है।

एनडीआरएफ की 29 टीमें तैनात

केंद्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने अपनी 29 टीमों को नौकाओं, पेड़ काटने वाली मशीनों और संचार उपकरणों के साथ राज्यों में तैनात कर दिया है जबकि 33 टीमें स्टैंडबाई रखी गई हैं। नेशनल कोस्टगार्ड और नेवी ने भी राहत कार्य और खोज अभियानों के लिए जहाज और हेलिकॉप्टर तैयार रखे हैं। वायुसेना और सेना की इंजीनियर टास्क फोर्स को भी नौकाओं और बचाव उपकरणों के साथ तैयार रहने के लिए कहा गया है।