नरवा, गरुवा, घुरूवा, बाड़ी योजना अंतर्गत लोक ने छह हजार क्विंटल पैरा दान दिया…

दुर्ग30 नवंबर (वेदांत समाचार)। मुख्यमंत्री की नरवा, गरुवा, घुरूवा, बाड़ी योजना अंतर्गत ग्रामीण आर्थिक विकास और आजीविका के केंद्र गौठान बनाये गये हैं। इन्हें बढ़ावा देने के लिए ग्रामीणजन भी तेजी से रुचि ले रहे हैं। जिले के लगभग 176 गौठानों के लिए ग्रामीणों ने अब कुल 6078 क्विंटल पैरादान किया जा चुका है। पैरादान निरंतर किया जा रहा है। पैरा को चारे के लिए सुरक्षित किये जाने की व्यवस्थित रूप से रखने कुछ स्थानों में बेलर मशीन की सहायता ली जा रही है। जिसकी मदद से बंडल बनाते हुए गौठान के लिए पैरा रखा गया है।

जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन ने बताया कि गौठानों को आगे बढ़ाने पैरादान आवश्यक है। बीते वर्षों में भी ग्रामीणों ने स्वत योगदान दिया और इस बार भी तेजी से लोग इस महती अभियान में अंशदान कर रहे हैं। इस बात की गहरी खुशी है कि लोग स्वत ही अपने गौठानों को बेहतर करने पैरादान कर रहे हैं। इसके लिए अधिकारी भी विशेष रूप से प्रयत्न कर रहे हैं। ग्रामीण चौपालों के माध्यम से वे ग्रामीणों को प्रेरित कर रहे हैं। पिछले वर्षों में भी चूंकि इस संबंध में काफी जागरूकता है, अतएव सहजता से लोग यह कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गौठान अब ग्रामीण अर्थव्यवस्था का अहम केंद्र है, अतएव ग्रामीणों को लगता है कि इसे मजबूत करना है और इसके लिए वे स्वत: ही आगे आये हैं। पैरादान में धमधा विकासखंड अभी सबसे आगे- जिला पंचायत सीईओ ने बताया पैरादान करने में विकासखंड धमधा में सबसे ज्यादा 3504 क्विंटल पैरादान किया गया है। विकासखंड पाटन से 1775 क्विंटल और विकासखंड दुर्ग में 798 क्विंटल पैरादान में ग्रामीणों की भागीदारी है। उन्होंने बताया कि इस बार पैरादान करने वाले तीन सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके पहले कुछ किसान पराली के रूप में इसे जला देते थे लेकिन गौठान आरंभ होने पर अतिरिक्त पैरा के लिए भी अच्छी गुंजाइश बन गई है।

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