कोरबा 28 नवम्बर (वेदांत समाचार) बालको गौसिया मस्जिद के 49 वर्ष पूर्ण होने एवं ग्यारहवीं शरीफ पर्व के मौके पर जश्ने गौसुलवरा कॉन्फें्रस का आयोजन हुआ। पश्चिम बंगाल, झारखंड सहित अन्य क्षेत्रों से आए उलेमाए अहले सुन्नत ने हजरत गौसे पाक की जिंदगी और करामात पर रोशनी डाली।
इस्लामपुर, पश्चिम बंगाल से आए मेहमान- ए- खुसूसी मुफ्ती मुदब्बीर आलम नूर जमयी ने कहा कि हजरत गौसे पाक इराक के जीलान में पैदा हुए, लेकिन पूरी दुनिया में उनकी चर्चा हो रही है। अल्लाहतआला फरमाता है कि अगर सिर्फ जीलान के लिए गौस बनाता तो जीलान में ही उनकी चर्चा होती, लेकिन गौसे पाक को सारी दुनिया के लिए गौस बनाकर भेजा। इसलिए पूरी दुनिया में गौस पाक का जिक्र होता है और ता कयामत तक होता रहेगा। उन्होंने कहा कि हुजूर गौसे पाक पैदाइशी वली हैं। मुफ्ती मुदब्बीर आलम ने उपस्थित लोगों से बच्चों की अच्छी तालीम और बेहतर परवरिश पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों के छोटे से छोटे गुनाह को कभी नजरअंदाज न करें। बच्चा गुनाह करेगा तो अल्लाह को आपको जवाब देना होगा। गढ़वा, झारखंड से आए गुलाम यासीन, लखनऊ से आए मतलूब मंजर लखनवी, बलरामपुर के तौफीक रजा एवं सूरजपुर से आए सलीम रजा ने भी तकरीर, शेर और नात- ए- मुस्तफा पेश किए। उलेमाए अहले सुन्नत ने कहा कुरान की तिलावत करें, हक की बात कहें, दूसरों को कभी नुकसान नहीं पहुंचाएं और झूठ बोलने से तौबा करें। जश्ने गौसुलवरा कॉन्फ्रेंस का कार्यक्रम देर रात तक चला। ठंड के बावजूद बड़ी तादाद में आवाम की मौजूदगी रही। बालको इस्लामिक कल्चरल सोसायटी, गौसिया मस्जिद कमेटी द्वारा सभी मेहमानों का इस्तकबाल किया गया।
[metaslider id="347522"]