जनवरी में शुरू होगा गगनयान मिशन, रवाना होंगीं दो मानवरहित उड़ानें…

नई दिल्ली 27 नवंबर (वेदांत समाचार)। केंद्रीय अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि गगनयान मिशन के तहत दो मानवरहित उड़ानें अगले साल जनवरी में रवाना होंगी। वहीं इंडियन क्रू को ले जाने वाली तीसरी उड़ान साल 2023 में रवाना होगी। जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत की पहली भारतीय क्रू को ले जाने वाली उड़ानें आजादी के 75 साल पूरे होने पर अगले साल 15 अगस्त को जाने वाली थीं। इसकी घोषणा प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2018 में किया था। लेकिन, कोरोना वायरस महामारी के चलते सिस्टम, सबसिस्टम के निर्माण और ट्रायल में देरी हुई। इसके साथ ही क्रू की ट्रेनिंग भी प्रभावित हुई, जिसके चलते मिशन में देरी हो गई।

समुद्र और अंतरिक्ष मिशन साथ चलाने की योजना: जितेंद्र सिंह

जितेंद्र सिंह उम्मीद कर रहे हैं कि मानवयुक्त उड़ान देश के गहरे समुद्र में मिशन के साथ मेल खाए। समय ऐसा होना चाहिए कि हम एक आदमी को अंतरिक्ष में भेज दें और साथ ही एक आदमी को समुद्र में 5,000 मीटर नीचे भेज दें। उन्होंने कहा कि गहरे समुद्र में खोज अभियान थोड़ा पीछे चल रहा था, लेकिन अब यह गति पकड़ चुका है और हम पहले ही एक मॉड्यूल का परीक्षण कर चुके हैं।

समुद्रयान मिशन में कहां पहुंचा भारत

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के समुद्रयान मिशन के तहत विकसित एक मॉड्यूल अक्तूबर के अंत में चेन्नई तट से 600 मीटर गहराई में जाकर डूब गया था। इंसानों के साथ मिशन को भेजने से पहले एक मानव रहित मॉड्यूल का परीक्षण 5000 मीटर से अधिक की गहराई पर किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि हमारा मानव रहित वाहन अब जाने के लिए तैयार है। मानव रहित मिशन के लगभग डेढ़ साल या डेढ़ साल बाद हम इंसानों को भेजने के लिए तैयार होंगे।

अंतरिक्ष मिशन में पिछड़ा भारत

कोरोना महामारी के कारण भारत के अंतरिक्ष मिशन पर बुरा प्रभाव पड़ा है। भारत ने पिछले दो वर्षों में केवल चार लॉन्च मिशन किए हैं। इसकी तुलना में चीन ने इस साल ही कम से कम 40 मिशनों को अंजाम दिया है और एक वैश्विक रिकॉर्ड बनाया है।