रायबरेली से कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह का ऐलान- CM योगी आदित्यनाथ की टीम का हिस्सा बनना चाहती हूं..

रायबरेली सदर से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने कांग्रेस पार्टी से खुलकर बगावत कर दी है. अदिति सिंह ने साफ़ कहा है कि वे सीएम योगी आदित्यनाथ की टीम का हिस्सा बनना चाहती हैं. अदिति ने कहा कि वे (योगी) सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं और उनकी टीम का हिस्सा बनकर अपनी विधानसभा के लिए ज्यादा बेहतर कर सकूंगी.

अदिति ने आगे कहा- ”मेरी इच्छा है योगी आदित्यनाथ फिर से आए सीएम बने, प्रियंका गांधी केवल स्टंट कर रही हैं. अगर वे महिलाओं के लिए जागरूक होती तो सबसे पहले अपने निजी सचिव संदीप सिंह पर कार्यवाही करती जिस पर परसों ही महिला से छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज हुआ है.”

प्रियंका गांधी पर बोला हमला

अदिति ने कांग्रेस की महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) पर ताबड़तोड़ कई सियासी वार किए. अदिति ने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है. क्योंकि प्रियंका गांधी की नीयत में खोट और दिल साफ नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस महासचिव सिर्फ राजनीति कर रही है. उधर, प्रियंका गांधी के निजी सचिव पर FIR दर्ज की गई, जब उनकी टीम ही दुरुस्त नहीं तब वो प्रदेश के लिए क्या करेंगी. अदिति ने प्रियंका पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों में प्रियंका गांधी की अलग नीति और उत्तर प्रदेश में अलग नीति है.

कांग्रेस शासित राज्यों में 40% महिला आरक्षण क्यों नहीं?

अदिति ने सवाल उठाया है कि प्रियंका गांधी कांग्रेस शासितराज्यों में 40% महिलाओं के आरक्षण को लागू क्यों नहीं करती हैं. वहीं कांग्रेस लगातार दोहरी नीति अपना रही है. कांग्रेस की बागी विधायक ने कहा कि उनकी कांग्रेस शासित राज्यों के लिए अलग नीति है और दूसरे राज्यों के लिए अलग नीति है. उन्होंने लखीमपुर की घटना दुखद और घोर निंदा योग्य है. अदिति ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि किसी बड़े मामले के होने पर प्रियंका गांधी पंजाब, छत्तीसगढ़ और राजस्थान क्यों नहीं जाती हैं. क्या पंजाब,छत्तीसगढ़ और राजस्थान में रामराज्य चल रहा है. बता दें कि अदिति रायबरेली से पांच बार विधायक रह चुके अखिलेश कुमार सिंह की बेटी हैं.

क्या है चुनावी गणित

बता दें कि रायबरेली विधानसभा वो सीट है जहां अदिति सिंह के परिवार का करीब तीन दशक से कब्जा है. उनके पिता अखिलेश सिंह 1993 से 2007 तक कांग्रेस के लिए कांग्रेस के विधायक थे, 2007 में निर्दलीय के रूप में जीतने से पहले कांग्रेस ने उन्हें निष्कासित कर दिया था और 2012 में पीस पार्टी उन्हें जीत मिली थी. अदिति को 2017 में कांग्रेस की टिकट पर जीत मिली.

इस सीट पर यादवों और मुस्लिम मतदाताओं का अच्छा अनुपात है और यहां राजनीतिक समझदारी ये है कि यहां सिंह परिवार है जो चुनाव जीतता है न कि पार्टी. लालूपुर में स्थानीय लोगों ने दावा किया, ‘अगर कांग्रेस दीदी (अदिति सिंह) को मैदान में नहीं उतारती है तो वह इस सीट से 100% हार जाएगी.’ कहा जाता है कि अखिलेश सिंह ने रायबरेली लोकसभा सीट से सोनिया गांधी की जीत में अहम भूमिका निभाई थी.

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