कोरबा 20 नवम्बर (वेदांत समाचार)। जिला महिला कांग्रेस कमेटी कोरबा शहर के तत्वाधान में प्रियदर्शनी इंदिरा स्टेडियम के पास स्थित इंदिरा स्मारक स्थल पर इंदिरा गांधी की 104वीं जयंती कार्यक्रम मनाया गया है। इंदिरा स्मारक स्थल पर पुष्पांजली अर्पित कर इंदिरा जी को याद किया गया तथा उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए महिला जिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम द्विवेदी ने कहा कि जब-जब नारी जगत में साहस की आश्चर्यजनक मिसाल प्रस्तुत करनी होगी तब-तब सम्पूर्ण लोगों के मुख पर रानी लक्ष्मीबाई के बाद एक ही नाम बड़े सम्मान और आदर के साथ आएगा और वह होगा श्रीमती इंदिरा गांधी का नाम।
साहस की प्रज्वलित ज्योति, गरीबों एवं निर्बलों की रक्षक, राष्ट्रीय एकता और अखण्डता की पुजारिन, प्रेम, सेवा तथा करूणा की प्रतिमूर्ति श्रीमती इंदिरा गांधी जी का नाम तब तक रहेगा जब तक सूरज और चांद रहेगा।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष सपना चौहान ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा जी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इंदिरा जी ने बचपन में पिता के पत्रों से विविध प्रकार का ज्ञान अर्जित कर तथा पिता के साथ कदम से कदम मिलाते हुए जिस राजनीतिक परिपक्वता को हासिल किया कालान्तर में उसी से अपने देश की सेवा की।
जिला कार्यकारी अध्यक्ष सत्येन्द्र वासन ने कहा कि लालबहादुर शास्त्री के निधन के बाद 24 जनवरी 1966 को इंदिरा जी को प्रधानमंत्री का दायित्व मिला अपने प्रधानमंत्रित्व काल में उन्हे कई समस्याओं का सामना करना पड़ा लेकिन अथक साहस और पक्के इरादों ने उन्हे कभी पीछे मुड़कर नही देखना पड़ा। कोरबा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष संतोष राठौर ने अपने उद्बोधन में कहा कि इंदिरा जी ने अपने कार्यकाल में भारत को खुशहाल बनाने के लिए एक एक करके नई दिशा देने का कार्य करती रही। इन्ही अभूतपूर्व जनहित के कार्यो के कारण इंदिरा जी का 1980 से 1984 तक का कार्यकाल भारतीय इतिहास में स्वर्णयुग के नाम से जाना जाता है। इस अवसर पर एल्डरमेन एस. मुर्ति, यशवंत चौहान, क्रांति सोनी, द्रोपती तिवारी, राजेश यादव, रवि खुंटे, शांतो मण्डावे ने पुष्प अर्पित कर उन्हे नमन किया।
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