खुदाई के दौरान मिले 19वीं शताब्दी के चांदी के सिक्के, लूटने के लिए उमड़ी भारी भीड़; 2 साल पहले इलाके से सटे नेपाल के गांव में मिले थे…

बिहार 20 नवंबर (वेदांत समाचार)। किशनगंज में शुक्रवार को खुदाई के दौरान चांदी के सिक्के मिलने लगे जिसके बाद उन्हें लूटने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी. बताया जा रहा है कि जिले के ठाकुरगंज प्रखंड के चुरली पंचायत के नावडुबा गांव में मिट्टी की खुदाई हो रही थी. इस दौरान यहां खुदाई में चांदी के सिक्के निकलने के बाद उन्हें लूटने की होड़ मच गई. बताया जा रहा है कि ग्रामीणों को मिले सिक्के सन 1906 और उसके पहले के हैं. यहां करीब 50 की संख्या में चांदी के सिक्के मिले हैं

सिक्के लूटने के लिए लगी भीड़

नावडुबा गांव में खेत में सिक्का मिलने की खबर पूरे गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई. इसके बाद लोग अपना काम-धाम छोड़कर वहां जमा हो गए. और मिट्टी से चांदी का सिक्का खोजने लगे. सिक्का मिलने की घटना के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बन रही सीमा सड़क की लेवलिंग के लिए जेसीबी से मिट्टी की खुदाई जा रही तो कुछ चांदी के सिक्के मिले. इसके बाद यहां सिक्का खोजने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी. लोग मिट्टी को तोड़-तोड़ कर सिक्के खोजने लगे, लोगों को यहां 50 से ज्यादा सिक्के मिले. सिक्के मिलने के बाद कुर्लीकोर्ट थानाध्यक्ष वेदानंद सिंह ने बताया कि इस बात की खबर उन्हें भी मिली है. पुलिस वहां पहुंची थी लेकिन ग्रामीण वहां कुछ भी बताने से मुकर रहे हैं.

दो साल नेपाल सीमा के गांव में मिले थे सिक्के

बता दें कि इससे पहले भी किशनगंज जिले के पास दिघलबैंक प्रखंड के सिंघिमारी पंचायत के डाकूपाड़ा गांव के के पास एक खेत में जुताई के दौरान 19वीं सदी के सैकड़ों चांदी के सिक्के मिले थे. जिस गांव में सिक्के मिले थे वो नेपाल सीमा में है. ये गांव भारतीय गांव डाकूपाड़ा से सटा है. नेपाल सीमा के अंदर के इस गांव का नाम भी डाकूपाड़ा ही है. ये गांव नेपाल के झापा जिले में है. बताया जा रहा है कि दो साल पहले एक किसान को खेत जुताई के बाद खेत में उसे कुछ मिट्टी से सने सिक्के मिले. उसने सिक्के चुन लिए और घर चला गया.सिक्के मिलने बाद से दो तीन दिन तक आसपड़ोस के गांवों के लोगों का खेत में भीड़ जमी रही. इस दौरान सबने यहां से सिक्के चुने. सभी सिक्के 19वीं सदी के थे बताया जा रहा है कि सिक्के 1840 ईस्ट इंडिया कंपनी के विक्टोरिया क्वीन एवं सन् 1877 के सिक्कों में विक्टोरिया एम्प्रेस के फोटो के निशान छपे हुए हैं.