गुरुद्वारा श्री दुख हरण साहिब गेवरा में कल गुरु नानक जयंती अवसर पर अमनदीप सिंह ,जसप्रीत सिंह ने कीर्तन करके संगत को निहाल किया है

कोरबा,19 नवम्बर (वेदांत समाचार)। ज्ञानी जसप्रीत सिंह जी ने बताया है कि श्री गुरु नानक देव जी सिख धर्म के संस्थापक और सिखों के पहले गुरु थे उनकी जयंती प्रकाश पर्व के रूप में मनाई जाती है नानक जी का जन्म पाकिस्तान पंजाब में रावी नदी के किनारे स्थित तलवंडी नामक गांव में हुआ था 1469 में कार्तिक पूर्णिमा के दिन जन्म हुआ था इस दिन को सिख धर्म के काफी उल्लास के साथ मनाया जाता है इनका जन्म पिता कल्याण या मेहता कालू जी और माता देवी के घर हुआ था नानक जी ने हिंदू परिवार में जन्म लिया था

कुछ समय बाद गुरु नानक देव जी तीर्थ यात्रा पर निकल गए उन्होंने काफी लंबी यात्राएं की इस यात्रा में उनके साथ मर्दाना लहना बाला और रामदास जी भी गए 1521 तक उन्होंने यात्रा की इस यात्रा के दौरान वह सब को उपदेश देते और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूक करते थे उन्होंने भारत अफगानिस्तान और अरब के कई स्थानों का भ्रमण किया इन यात्राओं को पंजाबी में उदासियां कहा जाता है