पश्चिम बंगाल 17 नवंबर (वेदांत समाचार)। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में बुधवार सुबह एक हाथी मृत पाया गया. वन अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हाथी का शव जिले के बनारहाट इलाके में मोगोलकोटा रवा बस्ती में धान के खेत में पाया गया. संदेह है कि हाथी की मौत करंट लगने से हुई. वन अधिकारियों ने बताया कि मौत की असली वजह पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगी. इस घटना से इलाके में तनाव पैदा हो गया और मृत हाथी को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए.
एक महीने का अंतराल में हाथी की यह दूसरी मौत है. जलपाईगुड़ी वन विभाग के मोराघाट रेंज की झुग्गी बस्ती से एक बार फिर हाथी का शव बरामद हुआ है.बुधवार की सुबह स्थानीय ग्रामीणों ने एक हाथी का शव देखा. यह खबर बिन्नागुरी वन्यजीव दस्ते और मोराघाट रेंज के वन कर्मियों को दी गई.
करंट लगने से हाथी की हुई मौत
सूचना मिलते ही बिन्नागुरी वन्यजीव दस्ते के रेंजर शुभाशीष रॉय, मराघाट के रेंजर राज कुमार पाल, एसीएफ बिपाशा पारुल, जलपाईगुड़ी एडीएफ और जनमेजय पाल मौके पर पहुंचे. सीमा शुल्क सूत्रों के अनुसार, मृत हाथी नर और वयस्क है. इस बीच मृत हाथी को देखने के लिए इलाके के लोग उमड़ पड़े. प्रारंभिक अनुमानों से पता चलता है कि हाथी की मौत बिजली के करंट से हुई होगी. मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम के बाद ही चलेगा. माना जाता है कि हाथी इलाके में चावल खाने आया था.
एक माह एक हाथिनी की हुई थी मौत
एक माह पूर्व मोराघाट रेंज के गंधुटा इलाके में भी एक हथिनी का शव बरामद हुआ था. हाथी बिजली की चपेट में आ गया. बिन्नागुरी वन्यजीव दस्ते के एक रेंजर शुभाशीष रॉय ने कहा कि लगभग 10 से 12 हाथियों का झुंड तोता पाड़ा के जंगल से धान के खेत में घुस गया था. मृत हाथी हाथियों के उस समूह का सदस्य था. वन कार्यालय की ओर से भूमि मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि हाल के दिनों में हाथियों के ग्रामीण इलाकों में प्रवेश की संख्या बढ़ी है. फसल की क्षति के भय से किसान अपने खेतों में करंट लगा कर रखते हैं और इससे हाथियों की मौत हो जाती है.
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