रायपुर । बच्चों की सुरक्षा एवं संरक्षण करने और अभिभावकों व नागरिकों को जागरूक करने के उद्देश्य से बाल दिवस के उपलक्ष्य पर `अभिव्यक्ति` कार्यक्रम अंतर्गत प्रदेशव्यापी `बाल सुरक्षा सप्ताह` प्रारंभ किया जा रहा है। इसका उद्देश्य समाज में व्याप्त बालश्रम व बाल भिक्षावृत्ति के विरुद्ध सघन अभियान चलाने एवं इसके शिकार हुए बच्चों का रेस्क्यू करते हुए दोषियों के विरुद्ध सख्त वैधानिक कारवाई करना है । साथ ही बच्चों के मन से पुलिस के प्रति भय को दूर करने है। इसके लिए स्कूल/कॉलेज के छात्र-छात्राओं को थाना/चौकी का भ्रमण कराया जाएगा। यह जागरूकता कार्यक्रम स्कूल/कालेज, मॉल, बस स्टैण्ड, रेल्वे स्टेशन, मेला-मड़ई, हॉट-बाजार, आवासीय एवं व्यवसायिक परिसर पर आयोजित किया जाएगा। साथ ही राज्य में संचालित विभिन्न बाल देखरेख संस्थानों में भी जाकर वहाँ निवासरत बच्चों को जागरूक किया जावेगा।
बाल सुरक्षा सप्ताह का सफलतापूर्वक संचालन के लिए प्रत्येक जिले में राजपत्रित पुलिस अधिकारी को नोडल अधिकारी नामांकित कर वहां 4 से 5 सदस्यीय पुलिस टीम का गठन किया गया है। साथ ही बाल सुरक्षा एवं संरक्षण पर आधारित विभिन्न विषयों के पॉम्पलेट एवं पोस्टर तैयार कर समस्त जिलों को उपलब्ध कराया जायेगा ।
इस अवसर पर बाल अपराध संबंधी मार्गदर्शिका पुस्तिका का विमोचन, टोल फ्री चाईल्ड हेल्पलाईन नंबर 1800-123-6010 की शुरूआत, विधिविरुद्ध संघर्षरत बालक एवं बाल विवाह पर आधारित ऑनलाईन ट्रेनिंग मॉड्यूल को छत्तीसगढ़ पुलिस की वेबसाईट में होस्ट किया जाएगा साथ ही बाल सुरक्षा पर आधारित वीडियो को रिलीज की जाएगी और बाल सुरक्षा की दिशा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों को भी सम्मानित किया जायेगा।
इस सामाजिक कार्यक्रम से सभी संबंधित हितधारक शासकीय/गैर शासकीय संस्थाओं का सहयोग लिया जायेगा । इसके अलावा जिला स्तर पर गठित टीम के साथ वहाँ के स्थानीय प्रतिष्ठित लोगों जैसे डॉक्टर, अधिवक्ता, शिक्षाविद, आगनवाड़ी कार्यकर्ता, समाज सेविका आदि को भी इससे जोड़ने की योजना है ।
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