वैक्सीनेशन ड्राइव के लिए सलमान खान से मदद लेगी महाराष्ट्र सरकार, कोवीशील्ड वैक्सीन की दो डोज के बीच अंतर कम करना जरूरी, राजेश टोपे का बयान….

14 नवंबर (वेदांत समाचार)। मुंबई में वैक्सीनेशन के योग्य 100 फीसदी लोगों को वैक्सीन की पहली डोज मिल चुकी है. देश में ऐसा रिकॉर्ड बनाने वाला मुंबई पहला महानगर है. मुंबई में 65 फीसदी लोगों ने वैक्सीन की दूसरी डोज भी ले ली है. पूरे महाराष्ट्र की बात  भी करें तो यह वैक्सीनेशन के मामले में (Vaccination in Maharashtra) देश के अग्रणी राज्यों में से एक है. लेकिन औरंगाबाद जैसे कुछ जिलों में वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी स्लो है. वैक्सीनेशन की रफ्तार कम होने वाले कुछ  ऐसे इलाकें हैं जहां मुसलमानों की अच्छी-खासी तादाद है. ऐसे में वैक्सीनेशन को लेकर जागरुकता बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र सरकार भाईजान के तौर पर मशहूर सुपरस्टार सलमान खान  की मदद लेने पर विचार कर रही है. यह जानकारी महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दी है. इसके लिए सलमान खान से संपर्क किया जा रहा है.

महाराष्ट्र में कोरोनारोधी वैक्सीन की दूसरी डोज ले चुके लोगों की संख्या  करीब 35 फीसदी है. यानी वैक्सीन लेने के योग्य 35 फीसदी लोगों को दूसरी डोज मिल चुकी है. अगर इस आंकड़े में सुधार करना है और वैक्सीनेशन की मुहिम को रफ्तार देनी है तो कोवीशील्ड वैक्सीन (Covishield vaccine) की दो डोज के बीच अंतर को कम करना जरूरी है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्र सरकार को यह प्रस्ताव दिया है. उन्होंने बताया कि वे अपनी यह राय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को भी दे चुके हैं. उन्होंने मनसुख मंडाविया को यह प्रस्ताव शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई अहम मीटिंग में दी.

कोवीशील्ड वैक्सीन की दो डोज के बीच 84 दिनों का अंतर कम हो- राजेश टोपे

टोपे ने कहा कि कोवैक्सीन की दो डोज में अंतर 28 दिनों का है जबकि कोवीशील्ड वैक्सीन की दो डोज में अंतर 84 दिनों का है. इस अंतर को कम किया जा सकता है क्या? इस बारे में विशेषज्ञों से बात करने की जरूरत है. इसमें IMCR और इस पर रिसर्च करने वाली अन्य संस्थाओं की राय अहम होगी. आने वाले 30 नवंबर तक राज्य सरकार की कोशिश है कि वैक्सीनेशन के योग्य 100 फीसदी लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दे दी जाए. इसके लिए फिलहाल और दो से ढाई करोड़ लोगों को पहली डोज दी जानी है. वैक्सीन के लिए सख्ती कानूनी तौर से नहीं की जा सकती, लेकिन जनहित के लिए यह ज़रूरी है. इसके लिए कानून की मदद किस तरह से ली जा सकती है, इस पर राज्य के महाधिवक्ता से सलाह ली जा रही है.

पत्रकारों से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, लोगों के मन में वैक्सीन को लेकर जो आशंकाएं हैं, वे निराधार हैं. एक धार्मिक व्यक्ति को वैक्सीन की जरूरत नहीं है या वैक्सीन उनके लिए हितकारी नहीं है, यह सोचना एक अंधविश्वास और अज्ञानता है. इसे दूर किया जाना जरूरी है. इसके लिए जनता को जागरुक करना जरूरी है. इसके लिए सलमान खान जैसे  सुपर स्टार से मदद लेने की कोशिश की जा सकती है.