Vedant Samachar

DSP की डांट से फल विक्रेता की हार्ट अटैक से गई जान? दुकानदार भड़के, मचा हड़कंप

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भागलपुर,08 मार्च 2025 : बिहार के भागलपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जोकसर थाना क्षेत्र स्थित घंटाघर चौक पर शुक्रवार को उस समय बवाल मच गया, जब अतिक्रमण हटाने के दौरान यातायात डीएसपी द्वारा डांटे जाने पर एक फल व्यवसायी की हार्ट अटैक से मौत हो गई. मृतक की पहचान महेंद्र साह के रूप में हुई है, जो वर्षों से फुटपाथ पर फल बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा था. दरअसल, यातायात डीएसपी अपने दल-बल के साथ घंटाघर चौक पहुंचे थे, जहां फुटपाथ पर बैठे दुकानदारों को सड़क खाली करने का निर्देश दिया जा रहा था. जैसे ही महेंद्र साह ने अपना सामान समेटना शुरू किया, डीएसपी ने उन्हें जोर से डांटना शुरू कर दिया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उन्होंने न केवल महेंद्र साह को अपशब्द कहे बल्कि उन पर हाथ भी छोड़ दिया. इस घटना से महेंद्र साह सदमे में आ गए और मौके पर ही गिर पड़े. जब तक लोग कुछ समझ पाते, उन्हें हार्ट अटैक आ चुका था. आनन-फानन में लोग उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

महेंद्र साह की मौत की खबर फैलते ही फुटकर दुकानदारों में जबरदस्त आक्रोश फैल गया. गुस्साए दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने घंटाघर चौक पर टायर जलाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. देखते ही देखते सड़क जाम हो गई, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. दुकानदारों का कहना था कि प्रशासन का यह रवैया पूरी तरह अन्यायपूर्ण है और गरीब दुकानदारों के साथ लगातार ऐसा दुर्व्यवहार किया जाता है. प्रदर्शनकारियों ने यातायात डीएसपी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तत्काल उन्हें निलंबित करने और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की. कई दुकानदारों ने आरोप लगाया कि प्रशासन अतिक्रमण हटाने के नाम पर फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों को प्रताड़ित कर रहा है, जबकि बड़ी दुकानें और मॉल बिना किसी रुकावट के चलते हैं.

घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी और राजनीतिक नेता घटनास्थल पर पहुंचे. एसडीएम धनंजय कुमार, भागलपुर के नगर विधायक अजीत शर्मा, सीटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी और भाजपा नेता रोहित पांडे मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों से मुलाकात की. कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने इस घटना को बेहद दुखद बताते हुए प्रशासन की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा, गरीब फल दुकानदारों के साथ पुलिस प्रशासन का यह रवैया कहीं से भी स्वीकार्य नहीं है. यह घटना सरकार की नाकामी और जंगलराज की ओर इशारा करती है. ऐसे अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.

वहीं, एसडीएम धनंजय कुमार ने आक्रोशित दुकानदारों को शांत कराने की कोशिश की और भरोसा दिया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से महेंद्र साह के परिवार को अनुदान राशि जल्द से जल्द दी जाएगी. प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के लिए एक टीम गठित करने का आश्वासन दिया है. वहीं, दुकानदारों का कहना है कि जब तक डीएसपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होती, वे अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे.

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