14 नवंबर को पाकिस्तान से स्वदेश लौटेंगे 20 भारतीय मछुआरे, रविवार को कराची की जेल से होंगे रिहा..

गुजरात 13 नवंबर (वेदांत समाचार)। पाकिस्तान वहां जेल (Pakistan Jail) में बंद 20 भारतीय मछुआरों (Indian fishermen) को रविवार को रिहा करने जा रहा है. जिसके बाद इन्हें सोमवार को भारतीय अधिकारियों को सौंप जाएगा. ये सभी मछुआरे कराची (Karachi) की लांधी जेल में बंद हैं. मछुआरों को रिहा करने का फैसला भारत द्वारा दो नवंबर को रिहा किए जाने वाले 10 पाकिस्तानी मछुआरों के कुछ दिनों बाद आया है.

यह फैसला पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) द्वारा कथित तौर पर 6 नवंबर को एक भारतीय मछुआरे की गोली मारकर हत्या करने और एक अन्य को घायल करने के मामले के बाद आया है. गुजरात के मत्स्य मंत्री जीतू चौधरी ने शुक्रवार को बताया कि “पाकिस्तान 15 नवंबर को 20 भारतीय मछुआरों को रिहा करेगा. वे वाघा सीमा से भारत में प्रवेश करेंगे.”

ज्यादातर मछुआरे गिर सोमनाथ जिले और दीव के

रिहा किए जाने वाले अधिकांश मछुआरे गुजरात के गिर सोमनाथ जिले और ऊना तट पर केंद्र शासित प्रदेश दीव से हैं. मछुआरों में रणवीर मेगा, बाबू किरसन, भूपत भगवान, नारन परबत, भावेश शाराभाई अर्जुन बाबू, रुखद अर्जुन, दाना भपत, रांसी बच्चू, पोला साधु, मीपा आमभाई, बिसो नागा, हरेशकुमार परमा, परेश गोविंदभाई, रवेंद्र गोइंदभाई, भावेशकुमार मकवारन, तबा लुंभाभाई, वजू लखमन, जुसेब मूसा और हिम्मत बालू शामिल हैं.

PMSA द्वारा किया गया था गिरफ्तार

कच्छ तट से दूर अरब सागर में अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के पाकिस्तान की ओर कथित रूप से पार करने के लिए उन्हें पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (PMSA) द्वारा गिरफ्तार किया गया था. लेकिन उन्होंने तब से पाकिस्तान में अपनी जेल की सजा पूरी कर ली है. पाकिस्तान इंडिया पीपुल्स फोरम फॉर पीस एंड डेमोक्रेसी (PIPFPD) के भारतीय अध्याय के पूर्व सचिव जतिन देसाई ने कहा कि “ये मछुआरे उन 376 भारतीय मछुआरों में से हैं, जिन्होंने पाकिस्तान में अपनी जेल की सजा पूरी कर ली है और उनकी राष्ट्रीयता की भी भारत द्वारा पुष्टि की गई है.

उनमें से कुछ ने बहुत समय पहले पाकिस्तान में अपनी सजा भी पूरी कर ली है. उदाहरण के लिए, रणवीर मेगा की सजा मई, 2017 में समाप्त हो गई थी और फिर भी वह पाकिस्तान की जेल में बंद रहा”. उन्होंने कहा, “जैसा कि 376 भारतीय मछुआरों की जेल की सजा समाप्त हो गई है और उनकी राष्ट्रीयता भी सत्यापित हो गई है, उन सभी को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए, न कि केवल इन 20 को.

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