सरकार की किसान विरोधी नीतियों ने भूमिपुत्रों को संकट में डाला – कुलदीप

0 एसईसीएल की अम्बिका परियोजना से प्रभावित ग्राम करतली में भुविस्थापितों की बैठक .

पाली/कोरबा 13 नवम्बर (वेदांत समाचार)। एसईसीएल की कोरबा क्षेत्र अंतर्गत अम्बिका ओपन कास्ट खदान के लिए पाली तहसील के ग्राम करतली,तेंदुभाठा और दमिया के निजी हक की 335.19 एकड़ भूमि एवं राजस्व वन भूमि 15.52 एकड़ भूमि का अधिग्रहण कोल बेयरिंग एक्ट के तहत किया जा चुका है । भूमि अर्जन के एवज में 485 काश्तकारों को 26.72 करोड़ रुपये मुआवजा भुगतान किया जा चुका है और शेष 198 काश्तकारों ने मुआवजा लेने से इनकार कर दिया है। इन काश्तकारों का कथन है कि छोटे रकबे होने के कारण उनको रोजगार से वंचित होना पड़ेगा और उनकी भविष्य अंधकारमय हो जाएगा जबकि एसईसीएल अथवा शासन उनकी सामाजिक सुरक्षा के लिए कोई ठोस निर्णय नही दे पा रहा है ऐसी स्थिति में कोयला खदान खुलने ही नही दिया जाएगा चाहे कुछ भी हो जाये । विगत दिवस ग्रामीणों की आमन्त्रण पर ऊर्जाधानी भुविस्थापित किसान कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने ग्राम करताली में आयोजित बैठक में शामिल हुए । बैठक में कोयला खदान से प्रभावित होने वाले किसानों ने अपनी समस्या को सामने रखा । उन्होंने बताया कि उनकी परिसम्पतियों का मूल्यांकन करने के लिए जिम्मेदार अधिकारियो की गैरमौजूदगी में गलत तरीके से मूल्यांकन किया गया है ।

बैठक को सम्बोधित करते हुए संगठन के अध्यक्ष श्री सपुरन कुलदीप ने कहा कि जल,जंगल ,जमीन की रक्षा करने वाले आदिवासी किसानों की पुरखो की जमीन को देश हित का हवाला देकर जबरदस्ती छीना जा रहा है । कोयला उत्खनन क्षेत्र में यह समस्या ज्यादा है जिसमे 10-15 वर्षो तक जमीन को बंधक बनाकर किसानों को प्रताड़ित किया जाता है । और सन 2012 के बाद लायी गई कोल इंडिया पालिसी के कारण छोटे रकबे वाले किसानों को रोजगार से वंचित कर दिया गया है । पुनर्वास नीतियों का खुला उलंघन कर विस्थापित होने वाले परिवारों की अधिकारों का हनन किया जा रहा है ऐसे परिवारों को मूलभूत सुविधा नही दिया जा रहा है जिसे बर्दाश्त नही किया जा सकता । उन्होंने भुविस्थापितों से आव्हान करते हुए संगठित होकर अपने अधिकार की लड़ाई को तेज करने का सुझाव दिया जिसका सभा मे मौजूद सभी लोंगो ने एकमतेन स्वीकार किया और महिला और पुरषो के लिए ऊर्जाधानी भुविस्थापित किसान कल्याण समिति की दो ग्राम कमेटी का गठन किया गया । जिमसें महिला कमेटी के लिए राजकुमारी टेकाम अध्यक्ष सुखमति उपाध्यक्ष राम बाई सचिव कुसुम बाई सह सचिव सदस्य बुधवारा बाई सुमित्राबाई फुल कुंवर कमलाबाई शांति बाई धन बाई मरावी, पंच कुंवर श्याम ऊर्जाधानी संगठन के पुरुष समिति के लिए शंकर सिंह टेकाम अध्यक्ष रामदुलारी जगत उपाध्यक्ष नंदकुमार मरावी सचिव नारायण सिंह जगत सह सचिव रघुनंदन सिंह टेकाम कोषाध्यक्ष सदस्य सहस राम जगत, गेंदराम आयम, नारायण सिंह जगत, चैन सिंह अशोक कुमार टेकान, जयपाल सिंह कुसरो सर्वसम्मति से चुना गया।

बैठक में प्रमुख रूप से ऊर्जाधानी संगठन के उपाध्यक्ष बृजेश श्रीवास ललित महिलांगे मनीराम भारती संतोष राठौर सतीश चंद्रा और ग्राम करताली से राजकुमारी उतरीबाई फुल कुंवर विमला प्रभतिन रामकुंवर पंच कुंवर बुधरी बाई ललिता बाई बुधवारा बाई सरोजिनी देवी सुखमति नीराबाई लक्ष्न बाई सुमित्रा देवी तुल कुंवर रजमत बाई रामबाई सुभौति कमला देवी बिंद कुंवर प्रहलाद सिंह करन सिंह सुभाष सिंह रनसिंह घासीराम जयपाल यादव गेंदराम कल्याण सिंह ईश्वर सिंह सहजराम रामदुलारी शिव सिंह नारायण सिंह राम सिंह शिव कुमार शंकर सिंह जयपाल सिंह रघुनंदन जनक सिंह इस्पाल सिंह सुनऊराम नंद कुमार नारायण सिंह अशोक कुमार बड़ी संख्या में प्रभावित किसान शामिल थे।

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