विधायक यादव ने व्रतधारी महिलाओं का किया चरणस्पर्श..

दुर्ग 12 नवंबर (वेदांत समाचार)। वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण से राहत के चलते बिहार व पूर्वी उत्तरप्रदेश मूल के स्थानीय लोगों में सूर्योपासना के छठ पर्व पर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। भिलाई-दुर्ग सहित आसपास के तालाबों में बुधवार की सुबह भोर होने के पहले ही आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। छठ व्रतधारियों ने उगते सूर्यदेव को द्वितीय अध्र्य दिया। इस दौरान भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव ने तालाबों में पहुंचकर व्रतधारी महिलाओं का चरण स्पर्श कर उनसे आशीर्वाद लिया और भिलाई के सुख समृद्धि की कामना भी छठी मैय्या से की। इस दौरान विधायक प्रतिनिधि एकांश बंछोर, आशीष यादव, अरूण मिश्रा, देवेश, आदित्य सिंह सहित कांग्रेस एवं एनएसयूआई के कई पदाधिकारी व सदस्य उनके साथ थे और इन सभी लोगों ने भी सभी को छठ पर्व की बधाई दी।

इस अवसर पर पूर्व केबिनेट मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, श्रीराम जन्मोत्सव समिति के युवा विंग के अध्यक्ष मनीष पाण्डेय ने भी सेक्टर 2 तालाब पहुंचकर पूजा अर्चना की और सेक्टर 2 सहित अन्य कई तालाबों में पहुंचकर लोगों को छठ पर्व की बधाई दी।सुबह द्वितीय अध्र्य के दौरान बच्चे और युवा भोर होने से पहले ही तालाबों पर आतिशबाजी करते हुए माहौल बनाने में जुट गए थे।

भिलाई टाउनशिप के सेक्टर-2, सेक्टर-7, सेक्टर-9, हुडको तथा जवाहर उद्यान तालाब में बुधवार को भोर होने से पहले ही छठ व्रती और उनके पारिवारिक सदस्यों ने पहुंचकर छठी मैया की पूजा.अर्चना की। फिर उगते सूर्यदेव को अध्र्य अर्पित कर व्रत का समापन किया। नेहरूनगर के भेलवा तालाब, सुपेला के संजय नगर तालाब, शीतला तालाब, कोहका के लिम्हा तालाब, भेलवा तालाब, केम्प.1 तालाब, बैकुंठधाम सूर्यकुंड, छावनी सूर्यकुंड आदि में छठ पर्व पारम्परिक उल्लास के साथ मनाया और सूर्यदेव से संतान व परिवार के लिए सुखए समृद्धि और शांति की कामना की गई। व्रती महिला व पुरुषों ने उगते हुए सूर्यदेव को द्वितीय अध्र्य दिया। इसी के साथ चार दिनों तक चले छठ महापर्व का समापन हो गया। अध्र्य प्रदान करने के साथ ही छठ व्रतियों ने छठ मैय्या का प्रसाद ग्रहण कर 36 घंटे के लगभग का निर्जला व्रत संपन्न किया। कोरोना संकट को देखते हुए पिछले साल शहर के अनेक स्थानों पर छोटे-छोटे कुंड बनाकर छठ पर्व का विधान संपन्न कराया गया था। लेकिन इस बार संक्रमण के मामले में गिरावट बने रहने से छठ पर्वधारी परिवारों में उमंग और उल्लास देखते बना।

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