हादसे के बाद अपने बच्चों की हालत जानने के लिए बेताब स्वजन, झरोखे से एक नजर देख कर ही कर रहे तसल्‍ली..

 भोपाल 11 नवंबर (वेदांत समाचार)। हमीदिया अस्पताल से जुड़े कमला नेहरू अस्‍पताल की शिशु रोग गहन चिकित्‍सा इकाई में सोमवार रात आग लगने की घटना के बाद बच्चों को दूसरी मंजिल पर पीडियाट्रिक सर्जरी वार्ड में भर्ती किया गया है। घटना के बाद से ही अस्‍पताल में भर्ती अपने बच्‍चों की हालत को लेकर स्वजनों की चिंता बढ़ गई है। वह अपने शिशु की एक झलक पाने को बेताब हैं, लेकिन डॉक्टर उन्हें मिलने नहीं दे रहे हैं। ऐसे में वार्ड की टूटी हुई खिड़कियों से दूर से ही अपने बच्चों को पहचानने की कोशिश माताएं कर रही हैं।

यहां पर अपने बच्चे को भर्ती कराने वाली सरोज ने बताया कि जिस दिन से आग लगने का हादसा हुआ है, नींद गायब हो गई है। कई बार हाथ जोड़ने के बाद भी मुझे अपने बच्चे से मिलने नहीं दिया गया है। डॉक्टर सिर्फ दूध निकाल कर देने के लिए कहते हैं। यह स्थिति सिर्फ सरोज की नहीं है। वार्ड में 23 बच्चे भर्ती हैं। सभी के माता-पिता की यही स्थिति है। उधर डॉक्टरों का कहना है कि नवजात शिशु वार्ड में बाहर से किसी व्यक्ति के पहुंचने पर बच्चों के संक्रमित होने का खतरा रहता है, इसलिए अंदर आने से मना किया जाता है। नया नवजात शिशु वार्ड फिर से उसी जगह पर तैयार किया जा रहा है। अगले दो दिन में यह वार्ड तैयार होने की उम्मीद है। इसके बाद बच्चों को व्यवस्थित तौर पर व हां भर्ती करा दिया जाएगा। एक-एक करके स्वजन को मिलने की भी यहां अनुमति दी जाएगी।