कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई


-हर सप्ताह मंगलवार को कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर कलेक्टर-एसपी लेंगे बैठक, निगम आयुक्त, एसडीएम और सीएसपी रहेंगे मौजूद।


-सोशल मीडिया सेल करेगा आपत्तिजनक सामग्री की मानिटरिंग।


दुर्ग 09 नवंबर (वेदांत समाचार) कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर प्रशासन की पूरी तरह नजर है। इसे बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आज कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बद्रीनारायण मीणा ने इस संबंध में अधिकारियों की बैठक भी ली। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के संबंध में पूर्व में निर्देश जारी किये गये थे जिसके अनुपालन पर आप सभी को निर्देशित किया गया था। इसकी समीक्षा के लिए यह बैठक बुलाई गई है। इसी तरह की बैठक हर मंगलवार को होगी। कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

कलेक्टर ने कहा कि अपने क्षेत्र में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति की सतत मानिटरिंग करें। क्षेत्र के समाज प्रमुखों एवं जनप्रतिनिधियों से इसके लिए मदद लें। आपस में अच्छे समन्वय से अप्रिय स्थितियों को आसानी से टाला जा सकता है। कलेक्टर ने कहा कि दुर्ग जिला शांतिप्रिय जिला रहा है और हमेशा से यहां सौहार्दपूर्ण वातावरण रहा है। इस सुंदर व्यवस्था के चलते ही जिला विकास की राह पर सतत रूप से बढ़ा है। पुलिस और प्रशासन की पहल तथा अच्छी नागरिक भागीदारी के साथ यह वातावरण और मजबूत होगा। कलेक्टर ने कहा कि सोशल मीडिया मानिटरिंग सेल भी आपत्तिजनक सामग्रियों पर नजर रखेगा। उन्होंने कहा कि अराजक तत्वों के संबंध में लगातार फीडबैक लेते रहें। यदि इस बात की पुख्ता जानकारी मिलती है कि किसी के द्वारा विद्वेषपूर्ण भावना के अंतर्गत समाज विरोधी कार्य किया जा रहा है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में एसपी श्री बद्रीनारायण मीणा ने कहा कि बेहतर संवाद से ही अच्छी कानून व्यवस्था की नींव तैयार होती है। क्षेत्र के समाज प्रमुखों से नियमित रूप से बैठक लेते रहें। शांति व्यवस्था बनाये रखने में उनका सहयोग लेते रहें। नागरिक भागीदारी से और भी अच्छा माहौल बनेगा और अराजक तत्व हतोत्साहित होंगे। कानून एवं व्यवस्था के मामले में सतत मानिटरिंग बेहद आवश्यक है। किसी भी समस्या के पनपने से पहले उसे प्रारंभिक स्तर पर ही हल कर लेना जरूरी है। जितना तेजी से रिस्पांस होगा और सकारात्मक संवाद होगा, स्थिति पर नियंत्रण उतना ही आसान होगा। आफिसर जितना अच्छा होमवर्क करेंगे, उन्हें फील्ड में उतने ही अच्छे परिणाम मिलेंगे। हर सप्ताह होने वाली बैठक में सप्ताह भर के इनपुट्स पर चर्चा की जाएगी। बैठक में चिटफंड वाले मामलों पर भी तेजी से कार्रवाई करने के संबंध में चर्चा की गई। साथ ही अन्य विषयों पर भी चर्चा हुई।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]