दिवाली के बाद भारत के इस गांव में खेलते है,गोबर की होली, 100 साल पुरानी है ये परंपरा..

09 नवंबर (वेदांत समाचार)। भारत विविधताओं से भरा हुआ देश है. यहां विभिन्न जाति, धर्म, रीति-रिवाजों और संस्कृतियों का एक अनूठा संगम देखने को मिलता है. अभी कुछ दिन पहले ही देश के कई हिस्सों में रोशनी का पर्व यानी दीपावली धूमधाम से मनाई गई. लेकिन क्या आप दिवाली के एक हिस्से के रूप में मनाए जाने वाले गोबर के त्योहार ‘गोरेहब्बा’के बारे में जानते हैं? जितना अजीब इस त्योहार का नाम है, उसी तरह इसे मनाने का तरीका भी काफी उतना ही अजीब है.

बता दें कि यह अनोखा त्योहार गुमतापुरा गांव में मनाया जाता है, जो तमिलनाडूऔर कर्नाटक की सीमा पर मौजूद है. इसमें लोग गाय के गोबर को एक जगह पर इकट्ठा करते हैं. इसके बाद एक-दूसरे पर फेंककर इस त्योहार को मनाते हैं. सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें गांव के लोग एक-दूसरे पर गोबर फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं, लोग भी इस पर्व का भरपूर मजा ले रहे हैं.

‘गोरेहब्बा’ त्योहार का ये नजारा आपको होली जैसा ही फील देगा. बस यहां रंगों की जगह लोग गोबर में एक-दूसरे को सराबोर कर रहे हैं. वैसे, यूपी-बिहार के कई हिस्सों में कीचड़ की होली भी खेली जाती है. हालांकि, गुमतापुरा गांव का यह त्योहार सबसे हटकर है.

आपको जानकर हैरानी होगी कि ये उत्सव 100 साल पुराना है. इसमें आसपास के इलाकों से भी लोग शामिल होते हैं. ऐसी मान्यता है कि गोबर फाइट से लोगों की कई बीमारियां दूर हो जाती हैं. इसके साथ ही व्यक्ति निरोगी रहता है.

हालांकि, सोशल मीडिया पर इस त्योहार का वीडियो सामने आने के बाद कई लोगों ने फनी रिएक्शन भी दिया है. कुछ का कहना है कि यह टोमाटिनो फेस्टिवल का देसी वर्जन है. यह त्योहार स्पेन में मनाया जाता है, जिसमें लोग एक-दूसरे पर टमाटर फेंकते हैं. वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि नॉर्थ इंडिया में भी इस तरह का त्योहार मनाया जाता है.