छत्तीसगढ़ के सुकमा में अपने ही साथियों पर फायरिंग कर चार लोगों की जान लेने वाला CRPF जवान जबरदस्त भावनात्मक तनाव से गुजर रहा था. इस दुखद घटना के बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने इस संबंध में बयान दिया है. सीआरपीएफ ने कहा कि अपने चार सहकर्मियों की गोली मारकर हत्या करने और तीन अन्य को घायल करने वाला जवान कथित तौर पर ‘‘भावनात्मक तनाव’’ से गुजर रहा था. इस वजह से अचानक उसने मनोवैज्ञानिक असंतुलन खो दिया.
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के बस्तर क्षेत्र में केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 50वीं बटालियन के एक शिविर में जवान रितेश रंजन ने अपने साथियों पर एके-47 राइफल से गोली चला दी थी. इससे चार जवानों की मौत हो गई है जबकि तीन अन्य घायल हो गए. अधिकारियों और जवानों ने आरोपी जवान को किसी तरह काबू में किया. सीआरपीएफ के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कानूनी कार्रवाई की जाएगी. केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल ने घटना के कारण का पता लगाने और उपचारात्मक उपाय के सुझाव देने के लिए जांच के आदेश दिए हैं.’
गुस्से में आकर चलाई गोलियां
सीआरपीएफ प्रवक्ता ने कहा, ‘प्रथम दृष्टया, ऐसा प्रतीत होता है कि किसी भावानात्मक तनाव के कारण कॉन्स्टेबल रितेश रंजन ने अचानक मनोवैज्ञानिक असंतुलन खो दिया और गुस्से में आकर अपने कर्मियों पर गोलियां चला दीं.’ उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ के उप महानिरीक्षक (DIG), 50वीं बटालियन (जहां गोलीबारी हुई) के कमांडेंट और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर मौजूद हैं. प्रवक्ता ने कहा कि सभी घायलों को आवश्यक उपचार मुहैया करा दिया गया है. जिन घायलों को अतिरिक्त उपचार की आवश्यकता है उन्हें दूसरे अस्पताल ले जाने की व्यवस्था की जा रही है.
भद्राचलम के अस्पताल ले जाया गया
घटना के बाद जब दूसरे जवानों और अधिकारियों को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने आरोपी जवान को पकड़ा. इसके बाद ये लोग घायलों को भद्राचलम जिले के अस्पताल में इलाज के लिए लेकर गए. यहां डॉक्टरों ने चार जवानों को मृत घोषित कर दिया, जबकि तीन जवानों का इलाज किया जा रहा है. मामले में पुलिस अधिकारी ने ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी जवान से पूछताछ की जा रही है. जिससे घटना के पीछे छिपे कारणों के बारे में ठीक से पता चल सकेगा.
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