कोरबा, करतला 7 नवम्बर (वेदांत समाचार)। करतला ब्लाक के ग्राम देवलापाठ में सरकारी खर्च पर बेजा कब्जा मुक्त किये गये शासकीय भूमि पर एक बार फिर धान की पैदावार करने के कारण विवाद की स्थिति निर्मित हो गयी है।
बेजा-कब्जा कर बोए गए धान की फसल को जब्त एवं नीलामी कर उचित कार्यवाही करने की मांग की गई है। कलेक्टर को अवगत कराया गया है कि ग्राम देवलपाठ प.ह.न. 12 रा.नि म कोथारी तहसील करतला स्थित शासकीय भूमि पर लच्छीराम पिता महेत्तर, रामनाथ पिता महेत्तर एवं रामेश्वर पिता बोधराम के मृत्यु पश्चात उनके पुत्रों निवासी देवलापाठ के द्वारा पुनः छठवा वर्ष बेजा कब्जा कर धान का फसल बोया गया है। दिसम्बर 2016 एवं 2017 में सरपंच पुत्र नरेन्द्र कुमार बिंझवार पंच की सुपुर्दगी में धान की फसल को तहसीलदार करतला द्वारा जब्त कर नीलामी कराया गया था। उस समय प्रशासन ने सरकारी खर्च कर कब्जा से मुक्त कराया था। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर खासा बवाल भी मचा था।
एक बार फिर उसी शासकीय भूमि पर पुनः इनके द्वारा वर्ष 2018-2019, 2020 एवं 2021 में धान का फसल बोया गया है। इस सबंध में सरपंच ग्राम पंचायत देवलापाठ को कई बार बोला गया पर कोई कार्यवाही नहीं किया गया । इससे स्पष्ट है कि सरपंच श्रीमती तेरस बाई बिंझवार का इन लोगो को संरक्षण प्राप्त है। 15 दिवस के भीतर बेजा कब्जा नहीं हटाया गया और सरपंच एवं दोषियों के विरूध्द कोई कार्यवाही नहीं किया गया, तो उप तहसील बरपाली का 9 नवम्बर को घेराव किया जायेगा। इसकी सम्पूर्ण जवाबदारी शासन-प्रसाशन की होगी।
कलेक्टर श्रीमती रानू साहू से देवलापाठ वासियों संतराम बिंझवार, रामसाय बिंझवार, भरतलाल बरेठ, रामकुमार बिंझवार, साधराम साहू, दुर्गाप्रसाद साहू, प्रह्लाद साहू ने आग्रह किया है कि कब्जा हटाकर पुनः ग्राम देवलापाठ को बेजा कब्जा मुक्त कर सरपंच एवं दोषियों पर आवश्यक कार्यवाही की जाय। ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, राजस्व मंत्री, पुलिस अधीक्षक, एसडीएम, तहसीलदार, उरगा थाना को भी प्रेषित की गई है।
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