07 नवंबर (वेदांत समाचार)। आर्यन खान को क्रूज में किडनेैप कर ले जाया गया. उसे ले जाने वाला उसका दोस्त प्रतीक गाभा और आमिर फर्निचर वाला था. यह पूरा खेल मोहित कंबोज ने रचाया था. मोहित कंबोज का साला ऋषभ सचदेव इसमें मोहित कंबोज का साथ दे रहा था. एनसीबी ने आठ नहीं ग्यारह लोगों को हिरास्त में लिया था. मोहित कंबोज के दबाव की वजह से तीन लोगों को छोड़ा गया. मोहित कंबोज समीर वानखेड़े का करीबी है. शाहरुख खान को इस बारे में बोलने से धमकाया जा रहा है. उन्हें कहा जा रहा है कि अगर आपने कुछ कहा तो आपका बेटा लंबे जाएगा. आज ये बड़े विस्फोटक खुलासे एनसीपी नेता और मंत्री नवाब मलिक ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किए हैं .
‘शाहरुख खान को धमकाया जा रहा’
नवाब मलिक ने एक बड़ा खुलासा यह किया कि शाहरुख खान को डराया जा रहा है कि आपने पैसा दिया है. अगर वसूली को लेकर मुंह खोला तो आप भी आरोपी बन जाओगे. नवाब मलिक ने यह रोज-रोज बोलना बंद नहीं किया तो आर्यन खान लंबे के लिए अंदर जाएंगे. नवाब मलिक ने कहा कि, ‘विक्टिम कभी आरोपी नहीं होता. जिनसे डरा कर पैसे लिए जा रहे हैं, वो आरोपी नहीं होता. पूजा ददलानी को भी डराया जा रहा है कि पचास लाख आपने दिए, आप भी आरोपी हो जाएंगी. मेरा सबसे कहना है कि विक्टिम को डरना नहीं चाहिए उन्हेंं सामने आना चाहिए.’
नवाब मलिक ने कहा कि, ‘कोर्ट की प्रोसिडिंग्स में यह बात सामने आई कि आर्यन खान प्रतीक गाभा और आमिर फर्निचर वाला के जरिए क्रूज पर गए. यह पूरा मामला किडनैपिंग और वसूली का है. मोहित कंबोज के साले को इसके लिए लगाया गया. डील 25 करोड़ से शुरु होकर 18 करोड़ में फिक्स हो गई. गोसावी की आर्यन खान के साथ एक सेल्फी से मामला बिगड़ गया. इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड मोहित कंबोज है. मोहित इस शहर में 12 होटल चलाता है. समीर वानखेड़े का दोस्त है. वेस्ट इन होटल के बगल में मोहित ने होटल खोला और वेस्ट इन के खिलाफ फर्जी मामला बनाया ताकि यह बंद हो जाए.’
‘मोहित कंबोज आर्यन खान ड्रग्स मामले का मास्टरमाइंड’
नवाब मलिक ने कहा कि, ‘9 तारीख को मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. समीर वानखेड़े का क्लेम था कि 8 से 10 लोगों को पकड़ा गया है. हमने कहा था कि यह अधिकारी कंफर्म क्यों नहीं बता रहा कि कितने लोगों को क्रूज से पकड़ा गया. हमने कहा था कि आठ नहीं ग्यारह लोगों को हिरासत में लिया गया था. हमने सवाल उठाया था कि तीन लोगों को क्यों छोड़ा गया. हमने आरोप लगाया था ऋषभ सचदेवा को इसलिए छोड़ा गया क्योंकि वे बीजेपी नेता मोहित कंबोज के साले थे. उन तीन लोगों को छोड़ने में ही सबसे बड़ा खेल है. मोहित कंबोज 1100 करोड़ के बैंक घोटाले का आरोपी है. वह पहले कांग्रेस नेताओं का पिछलग्गू था. दिल्ली से जो नेता आते थे उसके पीछे-पीछे घुमता था. जैेसे ही सरकार बदली पार्टी बदल ली. भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चे का अध्यक्ष बनाया गया. डेढ़ साल पहले इनके घर छापेमारी हुई. छापेमारी के बाद मामला फिर दब गया.’
समीर वानखेड़े पर नवाब मलिक ने फिर साधा निशाना
नवाब मलिक ने एक बार फिर समीर वानखेड़े पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ‘ 6 अक्टूबर के दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमने कुछ सवाल उठाए थे. हमने कहा था कि कार्डेलिया द क्रूज की रेड फर्जी है. दो व्यक्तियों का वीडियो हमने सार्वजनिक था. एक व्यक्ति था के.पी गोसावी, आर्यन खान को ले जाते हुए नजर आया था. दूसरा अरबाज मर्चंट को ले जाते हुए मनीष भानुशाली का वीडियो जारी किया था. हमने पूछा था कि ये कौन हैं जो हाई प्रोफाइल आरोपियों को घसीटते हुए ले जा रहे हैं. हमारे पीसी के बाद एनसीबी अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा था कि वे हमारे स्वतंत्र गवाह हैं.’ अब यह सब सामने आ रहा है कि ये गवाह हैं कि इस पूरे खेल में शामिल हैं.
नवाब मलिक ने कहा, ‘एक कब्रिस्तान को लेकर समीर वानखेड़े बोल रहे थे कि कोई उनका पीछा कर रहा है. छह तारीख को उन्होंने आरोप लगाया था. सात तारीख को समीर वानखेड़े मोहित कंबोज मिले. उस दिन उस जगह का सीसीटीवी बंद था. लेकिन जैसे ही मुझे सीसीटीवी उपब्ध होती है, मैं जारी करूंगा.समीर वानखेडे अमीर घरानों के बिगड़ैल बच्चों की जानकारी निकालते हैं और वसूली करते हैं. यह पता करवाते हैं, कि कौन ड्रग्स कंज्यूम कर रहा है. और फिर उन्हें डरा-धमका कर उनसे वसूली की जाती है.’
समीर वानखेड़े एनसीबी के तालाब की गंदी मछली’
आगे नवाब मलिक ने कहा, ‘खबर आई है कि छह मामलों से वानखेड़े को अलग किया गया है. जिस केस में चार्जशीट फाइल हो गई है. उस केस की जांच संजय सिंह (नए अधिकारी जो आ रहे हैं) क्या करने वाले हैं. मेरी लड़ाई एनसीबी से नहीं है. ना ही किसी पार्टी से है. मैंने यह लड़ाई छेड़ी है सच के हक के लिए. एनसीबी अधिकारियों को कहता हूं कि समीर वानखेड़े, वी.वी.सिंह, आशिष रंजन, समीर वानखेड़े का ड्राइवर माने जैसे गंदी मछली को निकाल फेंको. सुनील पाटील, मनीष भानुशाली, प्रभाकर सैल, सैम डिसूजा इन सबमें से किसी को भी नहीं छोड़ा जाए.’
प्रभाकर सैल को मैंने तैयार नहीं किया, उसने डील के बारे में जो कहा वो सही साबित हो रही
नवाब मलिक ने के.पी. गोसावी के बॉडीगार्ड प्रभाकर सैल के बारे में भी यह सफाई दी कि प्रभाकर ने शाहरुख खान की मैनेजर से आर्यन खान को बचाने के लिए जो डील की थी, वो उसने सच कहा है. नवाब मलिक ने कहा, ‘प्रभाकर सैल ने जो बयान दिया है वो सब सामने है. मुझपर आरोप लगाया जा रहा है कि प्रभाकर सैल को मैंने तैयार किया है. 24 तारीख को प्रभाकर का वीडियो सामने आया जिसमें 25 करोड़ मांगा गया, 18 करोड़ में डील फिक्स हुई. वानखेड़े टीम कह रही है कि नवाब मलिक का प्लांटेड किया हुआ है. 22 तारीख के दिन एक रिपब्लिकन पार्टी के नेता जिनका नाम मनोज संसारे है. उन्होंने मुझसे फोन पर बात की और कहा कि के.पी.गोसावी और उनका साथी सरेंडर होना चाहता है.’
इसके बाद नवाब मलिक कहते हैं, ‘यह जानकारी मिलने के बाद मैं मुख्यमंत्री के पास जाना चाहता था. हमें लग रहा था कि गोसावी और भानुशाली सरेंडर होना चाहते हैं. CM ने DGP को मेरे पास भेजा. मैंने DGP से बात की. पालघर के SP बांद्रा पहुँच चुके थे. रात को मुझे फोन आया कि टीम पहुंची है कहां है गोसावी. लेकिन वहां गोसावी आया नहीं. मैंने जब संसारे को फोन लगाया तब उनका जवाब था कि गोसावी का फोन नही लग रहा है. बाद में मनोज संसारे 3 लोगों के साथ मेरे ऑफिस पहुँचे. उसके बाद प्रभाकर मेरे सामने आया. मैंने कहा कि इसका एफिडेविट बना लो. वीडियो रिकॉर्ड कर लो और मीडिया को दे दो. मनोज संसारे को मैंने कहा जो भी यह बोल रहा है रिकॉर्ड कीजिए. इसके बाज मेरे पास विजय पगारे भी आया था. उसने बताया कि कैसे भानुशाली, सैम ये लोगो होटल में रंगरेलियां मनाते थे. और कैसे वहां इस साजिश को अंजाम दिया जा रहा था.’
‘सुनील पाटील एनसीपी कार्यकर्ता नहीं, वह समीर वानखेड़े की प्राइवेट आर्मी का सदस्य’
मोहित कंबोज ने सुनील पाटील को इस पूरे खेल का मास्टर माइंड बताया था. इस पर नवाब मलिक ने कहा, ‘सुनील पाटील राष्ट्रवादी का कार्यकर्ता नहीं. सुनील पाटील का राणा साहब, गुजरात के मुख्यमंत्री के साथ फोटो वायरल हो रहे हैं. मनीष भानुशाली के अमित शाह के साथ फोटो हैं. लेकिन हम तस्वीरों पर आरोप नहीं लगा रहे. लेकिन हां सुनील पाटील वानखेड़े के प्राइवेट आर्मी का मेंबर है. मुझे उसका भी फोन आया था. सुनील पाटील का मुझे लगातार फोन आता रहा. सुनील पाटील से मैंने कहा कि आओ, पुलिस के सामने खड़े रहो. सच्चाई बोलो. उसने कहा कि मैं गुजरात में हूं. उसके बाद वह आया नहीं.’
सैम डिसूजा नहीं सैनविल स्टेनली डिसूजा, एनसीबी की प्राइवेट आर्मी का सदस्य
नवाब मलिक ने सैम डिसूजा को लेकर भी खुलासे किए. उन्होंने कहा, ‘सैम डिसूजा का एक इंटरव्यू एक न्यूज चैनल पर चला जिसमें वो वानखेड़े को क्लीनचिट दे रहा है. एक बेकरी केस में सचिन टोपे को गिरफ्तार किया गया था. चार लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. पांचवां आरोपी था सैम डिसूजा. उसे एनसीबी ने हाजिर होने के लिए समन भेजा था. सैम डिसूजा का एक टेलिफोनिक कन्वर्शेसन आपको दिखाया है. उसका असली नाम है सैनविले डि सूजा . 23 जून की बात है, तब से आज तक उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई. सैनविल स्टेनली डिसूजा का कन्वर्शेसन एनसीबी अधिकारी वी.वी.सिंह के साथ सुनिए (ऑडियो क्लिप सुनाते हैं). पांच महीने तक इसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. क्योंकि एनसीबी के भ्रष्ट अधिकारी से इसके संबंध हैं. खुद आरोपी है. लेकिन यह क्लीनचिट दे रहा है एनसीबी को. यह दो मीडिया वालों के साथ काम करता है
दो पत्रकारों का नवाब मलिक ने किया खुलासा, वसूली गैंग का सदस्य होने का लगाया आरोप
नवाब मलिक ने इन दो पत्रकारों पर भी हमले किए. उन्हें ड्रग्स मामले में इस पूरे वसूली गैंग का सदस्य बताया. नवाब मलिक ने कहा कि ये दो पत्रकार एनसीबी से पकडवाने का डर दिखा कर लोगों से वसूली करते हैं. नवाब मलिक ने कहा, ‘दो बोगस पत्रकारों में से एक है आर.के.बी राजीव बजाज और दूसरा है प्रदीप नांबियार. ये दो फ्रॉड पत्रकार इस शहर में एनसीबी के साथ जुड़े हैं. सैम डिसूजा ने हवाला के माध्यम से दिल्ली पैसे भेजा. ये एनसीबी और सैम ये सब मिले हुए हैं.’
नवाब मलिक ने एक वाट्सअप चैट शेयर किया. मलिक ने कहा, ‘चैट में सैम पूछ रहा था कि हवाला का रसीद भेजो. हवाला वाला बोलता है हवाला की रसीद होती है क्या? ये दोनों पत्रकार यू ट्यूब चैनल चलाते हैं. लोगों को फंसाते हैं और वसूली करते हैं. उनके कहते हैं कि एनसीबी के माध्यम से फंसा देंगे.’ नवाब मलिक ने नांबियार और आरकेबी के कन्वर्शेसन का वीडियो जारी किया. अजमल कासब तोपला नाम के ड्रग्स पेडलर से पैसे उगाही की बात हो रही है. किसी पत्रकार को बदनाम करने के लिए मैंने यह चीजें नहीं दिखाई. वानखेड़े ने इस शहर का क्या हाल किया हुआ है, मैं उसका आपको आइना दिखा रहा हूं.
मुंबई के संरक्षक मंत्री अस्लम शेख को भी क्रूज में बुलाने की साजिश थी, वे नहीं गए
नवाब मलिक ने कहा कि, ‘क्रूज की रेड में नमस स्प्रे ब्रांड का पेपर सीज किया गया. इसी पेपर में लपेट कर पार्टी में ड्रग्स दिए जाते थे. उस दिन यह पार्टी में नाच रहा था. काशिफ खान यह फैशन टीवी का इंडिया हेड बताता है खुद को. उन्हें बहुत कहा गया. वह भगोड़ा है दिल्ली की जेल में बंद रहा है. यह ड्रग्स पेडलर है, इसे क्रूज में गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया. इस चांडाल चौकड़ी पर जांच बैठाओं. इन्हें रोको. हम देश में नशामुक्ति केंद्र के लिए काम करना चाहते हैं. ऐसी चांडाल चौकड़ी रही तो ड्रग्स बंद होने वाला नहीं. मुंबई के संरक्षक मंत्री अस्लम शेख को भी कहा जा रहा था कि पार्टी में आओ. लेकिन वे नहीं गए. आप उनसे पूछिए, वे बताएंगे.’
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